ऐसे वक्त में जब ज्यादातर पैरेंट्स अपने बेटी के लिए काफी पढ़े-लिखे, आकर्षक नौकरी और बड़े बैंक बैलेंस की उम्मीद करते हैं, तेलंगाना के करीमनगर जिल में एक 40 वर्षीय किसान ऐसे युवाओं के लिए दुल्हन ढूंढने के लिए पहल की है, जिन्होंने कृषि को अपना पेशा बनाया है। करीमनगर टाउन के उपनगरी इलाके स्थित टिम्मापुर गांव में एक कृषक के. अंजी रेड्डी ने किसानों के लिए दुल्हन ढूंढने के लिए पिछले हफ्ते एक्सक्लूसिव मैरिज ब्यूरो की शुरुआत की है। इसका नाम "रयाथु मैरिज ब्यूरो" रखा गया है, जो जाति, धर्म और मजहब से परे सिर्फ किसानों के लिए है।
रेड्डी ने कहा- "देश के हर हिस्से में सभी जाति, धर्म और समुदायों के लिए मैरिज ब्यूरो है। लेकिन, मैंने यह नोटिस किया है कि ज्यादतर लोग जिन्होंने मैरिज ब्यूरो में रिजस्टर्ड किया है वो कर्मचारी, व्यवसायी, इंजीनियर, डॉक्टर्स और अन्य पेशे से जुड़े लोग हैं जबकि किसान नहीं हैं।" अगर कुछ कृषक मैरिज ब्यूरो में रिजस्टर्ड कराते भी है तो वे बड़े जमींदार होते हैं जिनका कुछ अन्य व्यवसाय होता है। उन्होंने कहा- "ऐसे व्यक्ति जिनकी जीविका पूरी तरह कृषि पर निर्भर है वे मुश्किल से किसी दुल्हन को ढूंढ़ पाते हैं। अगर कोई शिक्षित किसान मैरिज ब्यूरो में अपना नाम रजिस्टर कराता है तो उसे अच्छा रिस्पोंस नहीं मिलता है। यही वजह है कि मैंने किसानों के लिए एक्सक्लूसिव मैरिज ब्यूरो को शुरू किया है।"
रेड्डी के मुताबिक, हाल तक गांवों में कृषि एक सम्मानजक पेशा था और गांवों में बहू को ढूंढना आसान था। उन्होंने कहा- लेकिन, कृषिक परिवारों की वर्तमान पीढ़ी की लड़कियां भी काफी शिक्षित और महत्वाकांक्षी हो गई हैं। वे शिक्षित और नौकरी-पेशा वाले लड़के ढूंढते हैं। इसका नतीजा ये है कि जिन युवाओं ने कृषि को अपने पेशे को तौर पर अपनाया है उन्हें शादी के लिए बहुओं को ढूंढ़ने में मुश्किलें आ रही हैं।