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सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट, क्या दिवाली में होगा सस्ता? जानिए सभी जवाब

jantaserishta.com
7 Oct 2020 11:34 AM GMT
सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट, क्या दिवाली में होगा सस्ता? जानिए सभी जवाब
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कोरोना वायरस महामारी की वजह से दुनिया भर के शेयर मार्केट में जो गिरावट आई थी, उससे बाजार पूरी तरह उबरते नजर आ रहे हैं। ज्यादातर शेयर बाजार कोरोना के पहले के दौर में आ चुके हैं या उसके आस-पास हैं। वहीं सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है। सर्राफा बाजार में सोना अपने ऑल टाइम हाई 57,008 रुपये से 6,643 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है। वहीं चांदी सात अगस्त के अपने उच्च शिखर से 18928 रुपये तक टूट चुकी है। ऐसे में निवेशकों और खरीदारों को लग रहा है कि क्या गोल्ड का भाव 45,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास आएगा? दिवाली तक सोने का दाम क्या रह सकता है क्योंकि ज्यादातर लोग दिवाली और धनतेरस के आसपास सोना बेचते और खरीदते हैं।आइए जानते हैं क्या है एक्सपर्ट की राय..

दिवाली तक क्या रह सकता है सोने का भाव

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के जिंस शोध के उपाध्यक्ष नवनीत दमानी ने कहा कि हाल के दिनों में सोने का भाव ऊंचाई से गिरकर 50,000 रुपये के दायरे में आया है, जबकि चांदी 60,000 रुपये के नीचे आ चुकी है। आने वाले समय में इनमें उतार- चढ़ाव जारी रह सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक दिवाली तक सोने की कीमतों कोई बड़ी तेजी या बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं और दिवाली में 10 ग्राम सोने का भाव 50000-52000 रुपए के बीच रह सकता है।

जारी रह सकता है उतार- चढ़ाव

वहीं इस उतार-चढ़ाव पर केडिया कैपिटल के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि स्टिमुलस पैकेज ने शेयर बाजारों के लिए स्टेरॉयड का काम किया। इससे जो तेजी आई, उसे नेचुरल तेजी नहीं कह सकते। जब कोरोना महामारी भारत में आई तो मार्केट गिरने लगे थे। अजय केडिया इस तरह समझाते हैं, 2007 में सोना 9 हजार रुपए प्रति दस ग्राम के आसपास था, जो 2016 में 31 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच गया था। यानी नौ साल में तीन गुना से ज्यादा बढ़ोतरी। यह भी समझना होगा कि जब-जब ब्याज दरें घटती हैं, तब सोने में निवेश बढ़ता है। सोने में ग्रोथ साइकिल में होती है। 2008 से 2013 की साइकिल हो या 2018 से अब तक की साइकिल।

अचानक नहीं बढ़ते सोने के रेट

अजय केडिया के मुताबिक सोने के रेट्स अचानक नहीं बढ़े हैं। सितंबर 2018 से इसमें तेजी आने लगी थी। यदि आप 2008 से 2013 तक की अवधि को समझेंगे तो पाएंगे कि आज की स्थिति बहुत ज्यादा अलग नहीं है।

सोने के दाम में गिरावट की वजह

सोने की कीमतों में जो गिरावट आई है, उसकी वजह है पिछले दो महीनों में रुपए में आई मजबूती। रुपया अभी 73-74 रुपए प्रति डॉलर की रेंज में है। कुछ महीनों पहले 76-77 रुपए प्रति डॉलर तक पहुंच गया था। इससे भी सोने की कीमत कम हुई है। डॉलर में तेजी आएगी तो लॉन्ग टर्म में सोने के दाम और तेजी से बढ़ेंगे। यानी अगले साल तक सोना 60 से 70 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकता है।

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