पेशाब करने बाहर निकल रहे है, ये बहाना बताकर पीएम मोदी की स्पीच छोड़ गए बीजेपी कार्यकर्ता
यूपी। वैसे तो पीएम नरेंद्र मोदी उन नेताओं में शामिल नहीं, जिनकी रैली या सम्मेलन में लोग कुर्सियां छोड़कर जाने लगें. वह भी तब, जब पीएम मोदी खुद संबोधन दे रहे हैं, लेकिन ऐसा ही हुआ. और यह कहीं और नहीं, बल्कि खुद उनके अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 'बूथ विजय सम्मेलन' के दौरान हुआ. दरअसल, वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वव विद्यालय के मैदान में वाराणसी के सभी 3361 बूथों से 20 हजार से ज्यादा बीजेपी बूथ पदाधिकारी पहुंचे थे. ये सभी घंटों से पीएम का इंतजार कर रहे थे. लेकिन पीएम मोदी के भाषण के दौरान ही ये सब कुर्सी छोड़-छोड़कर जाते दिखाई देने लगे. कुछ ही देर में सैकड़ों कुर्सियां खाली हो गईं.
इस 'बूथ विजय सम्मेलन' का मकसद था कि पीएम मोदी वाराणसी के सभी बूथों से जुटे बूथ पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव के लिए विजय का मंत्र देंगे. लेकिन मोदी जी का कार्यक्रम अपने तय समय से करीब आधा घंटा देर से शुरू हुआ. फिर मंच पर होने वाली दूसरी औपचारिकताओं के चलते, बूथ पदाधिकारियों के सब्र का बांध टूट गया. वे अपने सांसद और प्रधानमंत्री का भाषण बीच में ही छोड़कर जाने लगे. नतीजा यह हुआ कि सैकड़ों कुर्सियां पीएम मोदी के भाषण के दौरान ही खाली हो गईं.
भाषण छोड़कर जाने वाले लोगों से जब जाने की वजह पूछी गई, तो किसी ने मजबूरी कहा तो किसी ने दिलचस्प बहाने बनाए. एक बूथ पदाधिकारी सन्नी सिंह ने बताया कि उन्हें एक मीटिंग में जाना जरूरी है, तो वहीं चोलापुर के धरसौना बूथ अध्यक्ष हरिवंश सिंह ने कार्यक्रम से निकलते वक्त सफाई दी कि वे कार्यक्रम के बीच में नहीं जा रहें है. उन्होंने बताया कि चलते-फिरते वे मोदी जी का भाषण सुन रहें हैं.
वहीं BJP OBC मोर्चे के अध्यक्ष सोमनाथ मौर्य भी पीएम के भाषण के दौरान ही बाहर निकलते मिल गए. पूछे जाने पर उन्होंने सफाई दी कि पहले तो भीड़ थी और 12 बजे से वे सभी लोग भूखे-प्यासे बैठे हैं. कुर्सियां खाली नहीं हुई हैं, लोग तो सिर्फ पेशाब करने बाहर निकल रहे हैं. कार्यक्रम समापन की ओर है, इसलिए जा रहें हैं. बीजेपी मंडल अध्यक्ष मोनिका पांडेय ने बताया कि उनकी बेटी की परीक्षा है और उसे गेट तक छोड़ने जा रही हैं. वे कार्यक्रम छोड़कर नहीं जा रहीं, वापस फिर आ जाएंगी. तो वहीं मध्यमेश्वर मंडल के एक बीजेपी बूथ पदाधिकारी राहुल मिश्रा ने बताया कि पीएम मोदी के भाषण का अंतिम दौर चल रहा है. सिर्फ चंद मिनट पहले ही लोग निकले हैं. मोदी जी के दिए मंत्र को कार्यकर्ताओं ने आत्मसात कर लिया है.