गोगी गैंग के सदस्य गिरफ्तार, क्राइम ब्रांच ने किया शूटआउट प्लानिंग को नाकाम
दिल्ली। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने कुख्यात गैंगस्टर गोगी गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम कर्मवीर उर्फ काजू है, जो गोगी गैंग के लिए काम करता है. पुलिस का दावा है कि रोहिणी अदालत में हुई गोगी की हत्या के बाद से ही ये गैंग अपने दुश्मन टिल्लू गैंग से बदला लेने की फिराक में था और टिल्लू ताजपुरिया को पेशी के दौरान अदालत में ही मारने की साजिश रच रहा था. पुलिस ने कर्मवीर को गदईपुर, महरौली में एक फार्म हाउस से गिरफ्तार कर उसके पास से 9 एमएम पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. एक आई-20 कार भी बरामद की है. कर्मवीर पर हरियाणा और दिल्ली में 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के ज्वाइंट कमिश्नर धीरज सिंह का कहना है कि इंटरस्टेट सेल की टीम को सूचना मिली कि कर्मवीर उर्फ काजू महरौली के एक फार्म हाउस (Farm House) में छिपा हुआ है. जिसके बाद एसीपी उमेश भरतवाल, इंस्पेक्टर सत्येंद्र मोहन मीणा आदि की टीम ने छापेमारी कर कर्मवीर को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि इसकी गिरफ्तारी से दिल्ली पुलिस तीन बड़ी आपराधिक वारदातों को रोकने में सफल रही है, क्योंकि कर्मवीर उर्फ काजू जितेंद्र गोगी की हत्या का बदला लेना चाहता था और वह टिल्लू ताजपुरिया को कोर्ट में पेशी के दौरान मारने की साजिश रच रहा था. इसके अलावा वह प्रवेश मान के परिवार के सदस्य की भी हत्या करने की साजिश में था. कर्मवीर उर्फ काजू गोगी गैंग के बदमाश रोहित मोई को हरियाणा पुलिस की कस्टडी से फरार कराने की साजिश भी रच रहा था. वह अक्टूबर 2020 में पिता के इलाज के नाम पर पैरोल पर जेल से बाहर आया था और उसके बाद से अपराध को अंजाम दे रहा था. वह पहले करतार मंडौती गैंग के लिए काम करता था. फिर बबलू, फिर राजेश बवानिया और फिर गोगी गैंग में आ गया था.
अप्रैल 2019 में हरियाणा की बहादुरगढ़ पुलिस ने कर्मवीर उर्फ काजू को गिरफ्तार किया था. क्योंकि काजू के खिलाफ रोहिणी में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं, इसलिए उसे पुलिस कस्टडी में रोहिणी लाया गया था. उसे बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था, मेडिकल जांच के लिए तभी टिल्लू गैंग के एक बदमाश ने काजू की हत्या करने की मंशा से उस पर गोली चलानी चाही थी, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया था.