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शेल्टर होम में लड़कियों को बनाया गया हवस का शिकार, पीड़ित बहनों ने कही ये बात

jantaserishta.com
28 May 2021 5:19 AM GMT
शेल्टर होम में लड़कियों को बनाया गया हवस का शिकार, पीड़ित बहनों ने कही ये बात
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पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से बलात्कार का मामला सामने आया है. जिला मुख्यालय के एक शेल्टर होम में रहने वाली दो नाबालिग लड़कियों ने अपनी मां के प्रेमी पर रेप का मामला दर्ज कराया है. बच्चियों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.

पीड़ित बच्चियों का आरोप है कि शख्स पिछले छह सालों से दुष्कर्म कर रहा है. शेल्टर होम में लड़कियों की काउंसलिंग के दौरान इस बात का खुलासा हुआ. जिसके बाद सदर थाने में मामला दर्ज करवाया गया. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
वहीं इस मामले पर शेल्टर होम और बाल कल्याण समिति का कहना है कि पुलिस को इस घटना की जानकारी पहले ही दी गई थी. लेकिन पुलिस ने गत 6-7 दिनों से कोई भी कार्रवाई नहीं की. दोनों पीड़ित बच्चियों की बड़ी बहन ने बुधवार रात को शेल्टर होम में पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह अपनी दोनों बहनों के साथ शेल्टर होम में पिछले छह माह से रह रही हैं. इससे पहले तीनों अपनी मां के साथ रहती थी, बच्चियों का पिता भीलवाड़ा में रहता है और इनकी मां सदर थाना के अंतर्गत एक क्षेत्र में अपने प्रेमी के साथ रह रही है.
पीड़ित बच्चियों की बड़ी बहन ने पुलिस को बताया कि उनकी मां रोज मजदूरी के लिए जाती थी. इसके बाद आरोपी उसकी दोनों छोटी बहनों के साथ दुष्कर्म करता था और जान से मार डालने की धमकी देता था. इस घटना के बारे में मां को कई बार बताया लेकिन उसने कुछ नहीं किया.
पुलिस को दिए अपने बयान में पीड़ित बच्चियों ने बताया कि इस बारे में जब उसने अपने पिता को जानकारी दी तो पिता उन्हें अपने साथ भीलवाड़ा लेकर गए. लेकिन इस दौरान उनके पिता ने दोनों लड़कियों को 60-60 हजार रुपये में किसी बेचने की बात कही.
यह बात इन दोनों ने सुनी तो वो वहां से अपनी मां के पास आ गई. फिर उनकी मां ने आगे की पढ़ाई और देख-रेख के लिए तीनों लड़कियों को शेल्टर होम में भेज दिया. लेकिन मां का प्रेमी पिछले छह सालों से दोनों नाबालिग लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बना रहा है.
इस संबंध में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा ने बताया कि 11 मई को अधीक्षक ललिता उपाध्याय ने काउंसलिंग रिपोर्ट सौंपी थी. इसके बाद बाल कल्याण समिति के सदस्य मंजू ने शेल्टर होम में जाकर बच्चों के दोबारा काउंसलिंग की. इस दौरान बच्चियों ने खुलकर बात नहीं की.
इसके कुछ दिन बाद फिर से बच्चों की काउंसलिंग कराई गई. तो इस घटना के बार में पता चला. सदर थाने में 20 मई को मामला दर्ज कराया था पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
इसके अलावा रमेश दशोरा ने बताया कि कुछ दिनों से महेंद्र सिंह रोज शेल्टर होम में आकर दोनों छोटी बच्चियों को ले जाने की बात बोल रहा था. जबकि वह बच्चियों का लीगल गार्जियन नहीं था, इसलिए हमने बच्चियों की मां को साथ लाने के लिए कहा. इस दौरान बुधवार को बच्चियों को जब पता चला तो वह घबरा कर रोने लग गई. उनकी घबराहट देखकर हमने तुरंत पुलिस को इस मामले की जांच के लिए बोला. पुलिस ने शेल्टर होम पहुंचकर बच्चों के बयान दर्ज किए.
पुलिस ने दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर लिया. इस मामले की जांच सदर थानाधिकारी दर्शनसिंह कर रहे हैं.
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