गर्ल्स हॉस्टल कांड: एएसपी बोले - मेरी कोई प्रॉपर्टी नहीं, बिल्डिंग मेरा नहीं
सोर्स न्यूज़ - आज तक
यूपी। कानपुर में गर्ल्स हॉस्टल में स्वीपर द्वारा लड़कियों का नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. इस बिल्डिंग पर बुलंदशहर के एडिशनल एसपी सुरेंद्र नाथ तिवारी की नेम प्लेट लगी थी. इसके जरिए ही दावा किया जा रहा था कि बिल्डिंग एएसपी सुरेंद्र नाथ तिवारी की है, लेकिन अब एएसपी ने दावा किया है कि उनकी कोई बिल्डिंग नहीं है.
आजतक से फोन पर बात करते हुए बुलंदशहर के एएसपी सुरेंद्र तिवारी ने कहा, 'मेरी कोई बिल्डिंग कानपुर में नहीं है, इस बिल्डिंग से मेरा कोई लेना-देना नहीं है, मुझे पता चला है कि सोमानी नाम के व्यापारी ने मेरी नेम प्लेट लगाई थी, कानपुर के पुलिस अधिकारियों ने मुझसे फोन करके पूछा था तो मैंने साफ कह दिया है कि मेरी कोई प्रॉपर्टी नहीं है.'
बुलंदशहर के एएसपी सुरेंद्र तिवारी ने कहा, 'कानपुर में पोस्टिंग से हटने के बाद मैं दोबारा कानपुर गया ही नहीं हूं, जिसने भी मेरी नेम प्लेट लगाई है, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए, मैंने उस व्यापारी को एक बार फटकार लगाई थी, उसका नंबर और पता करके उससे पूछा था कि तुमने मेरा नेम प्लेट कैसे लगाया, पुलिस इस पर कार्रवाई करे.' स्वीपर के गिरफ्तार होते ही हॉस्टल से सभी पुरुष कर्मचारी फरार हो गए हैं. इसके बाद लड़कियों ने रातों-रात हॉस्टल खाली कर दिया और अपने घर लौट गईं. स्वीपर के खिलाफ लड़कियां जब मुकदमा लिखवा कर हॉस्टल पहुंचीं तो हॉस्टल के सभी जेन्ट्स कर्मचारी फरार हो गए. लड़कियों का कहना है कि हॉस्पिटल में पांच जेंट्स कर्मचारी हैं.
इस गर्ल्स हॉस्टल में 55 लड़कियां रहती हैं. उन्होंने बताया कि जैसे ही वह एफआईआर करा कर यहां वापस लौटी तो हॉस्टल के सभी पुरुष कर्मचारी फरार मिले, न केयरटेकर है और न ही गार्ड, ऐसे में उनकी सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया है. हॉस्टल के बाहर आसपास मोहल्ले के लड़कों की भीड़ लगी है. कई लड़कियां हॉस्टल छोड़कर चली गईं