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अपहरण के बाद बच्ची की हत्या, आरोपियों में एक निकला रिश्तेदार, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात

jantaserishta.com
21 March 2024 6:01 AM GMT
अपहरण के बाद बच्ची की हत्या, आरोपियों में एक निकला रिश्तेदार, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
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फोटो: सोशल मीडिया

आरोपियों ने कर्ज चुकाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया।
आगरा: आगरा में थाना बाह क्षेत्र के गांव फरैरा में अपहरण के बाद छह साल की बच्ची की हत्या कर उसका शव जंगल में फेंक दिया गया। आरोपियों ने कर्ज चुकाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। छह लाख की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने सर्विलांस टीम और एसओजी की मदद से दो युवकों को हिरासत में लिया है। आरोपियों में से एक बच्ची का चाचा लगता है। उसने बच्ची की हत्या की बात स्वीकारी है। बुधवार देर शाम बच्ची का शव पुलिस ने बरामद किया है।
सोमवार को फरैरा गांव के हरेंद्र सिंह की छह साल की बच्ची पल्लवी घर के बाहर से खेलते समय अचानक लापता हो गई थी। वह कक्षा दो की छात्रा थी। परिजनों ने बाह थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बताया गया है कि सोमवार देर शाम को ही पल्लवी के बाबा हुकुम सिंह को फिरौती के लिए फोन आया तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
फोन कॉल के आधार पर सर्विलांस टीम और एसओजी ने दो युवक अमित और उसके साथी को उठा लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कर्जा चुकाने के लिए अपहरण कर हत्या करने की बात कबूली है। बुधवार को उनकी निशानदेही पर घर से करीब दो किमी दूर फरैरा रेलवे ट्रैक के पास सरसों के खेत में बच्ची का शव मिलने से सनसनी फैल गई। परिजनों में चीख-पुकार मच गई। बच्ची का शव फूला हुआ था। इससे अंदेशा है कि आरोपियों ने अपहरण वाले दिन ही बच्ची को मौत के घाट उतार दिया था। बड़ी संख्या में पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया गया। थाना पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक बच्ची का रिश्तेदार है। दोनों परिवारों में करीब बीस साल से रंजिश है।
डीसीपी, अतुल शर्मा ने कहा कि कर्ज चुकाने के लिए आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था। दो लोगों को हिरासत में लिया गया है उन्होंने कर्ज चुकाने और फिरौती की रकम के लिए हत्या करने की बात कबूली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है।
बुधवार को पल्लवी का शव मिलने पर परिवार के लोग यकीन नहीं कर पा रहे थे। चीख-पुकार के बीच बाबा हुकुम सिंह बेसुध होते हुए बोल रहे थे कि मैने पैसे देबे की कही हती, लेकिन तोऊ मेई मोडी मार दई। इतनी कहकर फिर चीखने लगते और बेसुध हो जाते बता दें कि बाबा हुकुम सिंह पर ही अपहरण कर्ताओं का फोन सबसे पहले आया था। उनसे छह लाख की फिरौती मांगी गई थी।
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