तमिलनाडु। वन विभाग ने कोयंबटूर जिले के वलपराई कस्बे में एक छह साल की लड़की पर हमला करके मारने वाले तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया है। शनिवार को अबसार खातून अपने माता-पिता और कई अन्य बच्चों के साथ ओसिमालाई चाय बागान (एस्टेट) के पास थी। इस दौरान अचानक पास के जंगल से एक तेंदुआ आया और उसे खींचकर ले गया।
माता-पिता की चीख-पुकार सुनकर मदद के लिए निवासी आ गए। उन्होंने तुरंत पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे और तेंदुए को भगाने में सफल रहे, लेकिन बच्ची तब तक गंभीर रूप से घायल हो चुकी थी। बच्ची को तत्काल इलाज के लिए वलपराई सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची मूल रूप से झारखंड के प्रवासी मजदूर की बेटी थी। अबसार खातून का परिवार ओसिमालाई चाय बागान में मजदूरी के तौर पर एस्टेट के श्रमिक क्वार्टर में रह रहा था।
वन अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ओसिमालाई एस्टेट के आसपास छह जगहों पर ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि तेंदुआ अभी भी इस क्षेत्र में मौजूद है। रिपोर्ट के अनुसार, दो हफ्ते पहले ओसिमालाई एस्टेट के पास एक तेंदुए ने एक गाय को मार डाला था। उस समय खोजबीन के बावजूद जानवर का पता नहीं चल सका था। एहतियात के तौर पर वन विभाग ने एस्टेट के आसपास की घनी झाड़ियों को साफ करना शुरू कर दिया है, क्योंकि तेंदुए ऐसे इलाकों में शरण लेने के लिए जाने जाते हैं।
बता दें कि जनवरी 2024 में, तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में एक तेंदुए ने तीन साल की बच्ची और एक महिला सहित दो लोगों को मार डाला था, जबकि तेंदुए के हमले में चार अन्य को घायल हो गए थे। हालांकि, वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया था।