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गुलाम नबी आजाद को मिली आतंकियों से धमकी, अब नेता का आया ये बयान

jantaserishta.com
15 Sep 2022 10:31 AM GMT
गुलाम नबी आजाद को मिली आतंकियों से धमकी, अब नेता का आया ये बयान
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

श्रीनगर: कांग्रेस छोड़कर जम्मू-कश्मीर की राजनीति में अपनी नई पारी की शुरुआत करने वाले वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने अनंतनाग में रैली को संबोधित किया. इस दौरान आजाद ने कहा कि मुझे आतंकियों ने धमकी दी है.उन्होंने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मैं जीवन में कभी भी अजीत डोभाल से नहीं मिला. मैं गुलाम ए नबी हूं और किसी का गुलाम नहीं हूं. मेरा नाम आजाद है. मैं आजाद हूं, किसी का गुलाम नहीं.
बता दें कि आतंकी संगठन TRF की तरफ से सोशल मीडिया पर एक धमकी भरा पोस्टर जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि गुलाम नबी आजाद की जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एंट्री अचानक नहीं हुई है. यह एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है, जिसे उन्होंने अपनी पुरानी राजनीतिक पार्टी में रहते हुए तय किया.
पोस्टर में आरोप लगाया गया है कि उनकी (आजाद) गृहमंत्री अमित शाह के साथ बंद दरवाजों में मीटिंग हुई है. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ भी मीटिंग की है. भारतीय जनता पार्टी अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए विस्थापित कश्मीरी पंडितों का इस्तेमाल कर चुकी है.
गौरतलब है कि हाल ही में आजाद ने नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि फिलहाल उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर की राजनीति पर फोकस करेगी. उन्होंने हाल ही में बारामुला से अपने 'मिशन कश्मीर' की शुरुआत की थी. इस रैली में उन्होंने अनुच्छेद-370 को लेकर भी एक बड़ी बात कही थी. आजाद ने कहा था कि मुझ पर आरोप लगता है कि मैं विपक्ष का नेता होने के नाते अनुच्छेद-370 को वापस लागू नहीं करवा सकता, मेरे पास संसद में संख्याबल कहां से आएगा? मैं राजनीतिक लाभ के लिए कभी लोगों को बेवकूफ नहीं बनाता, मैं कभी उस बात का वादा नहीं करता जो मेरे लिए संभव नहीं.
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