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गुलाम मोहम्मद जौला का हृदय गति रुकने से निधन, सुपुर्द ए खाक किया गया

jantaserishta.com
17 May 2022 4:03 AM GMT
गुलाम मोहम्मद जौला का हृदय गति रुकने से निधन, सुपुर्द ए खाक किया गया
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मुजफ्फरनगर: पश्चिमी यूपी के बड़े किसान नेता गुलाम मोहम्मद जौला का निधन हो गया. वे 84 साल के थे. कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसानों के आंदोलन में जौला प्रमुख चेहरा थे. बताया जा रहा है कि जौला का निधन सुबह साढ़े 6 बजे हार्ट अटैक से हुई. उस वक्त वे घर पर अखबार पढ़ रहे थे. कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भारतीय किसान यूनियन के दो फाड़ होने की खबर से सदमे में आकर उनकी मौत हो गई.

उधर, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुलाम मोहम्मद जौला के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि हो सकता है कि उनका निधन भारतीय किसान यूनियन के दो फाड़ होने के सदमे की वजह से हुआ हो.
राकेश टिकैत ने कहा, गुलाम मोहम्मद जौला शुरू से ही किसान संगठन के साथ रहे हैं. मंच का संचालन हमेशा वे ही करते थे. उनके पास राष्ट्रीय संचालन का भी पद रहा. बीच में वे कहीं पर भी रहे हों, लेकिन परिवार का या टिकैत साहब से संबंधित कोई भी कार्यक्रम होता था, तो वे जरूर आते थे. हाल ही में टिकैत साहब की पुण्यतिथि पर भी वे आए थे. उनका निधन एक दुखद घटना है. उन्होंने कहा, बताया जा रहा कि उनका निधन अखबार पढ़ते हुए उनका निधन हुआ. हो सकता है कि वे पुराने साथी थे. ऐसे में अखबार में किसान यूनियन के टूटने की खबर पढ़कर सदमे में आ गए हों और उनका निधन हो गया हो.
गुलाम मोहम्मद जौला को किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत का करीबी कहा जाता था. जौला ने ही हर हर महादेव और अल्ला हू अकबर का नारा दिया था. हालांकि, 2013 के बाद जौला भारतीय किसान यनियन से अलग हो गए थे. बाद में उन्होंने भारतीय किसान मजदूर मंच नाम का संगठन भी बनाया था. किसान आंदोलन का वे बड़े चेहरा थे.
गुलाम मोहम्मद जौला महेंद्र सिंह टिकैत के साथ मंचों का संचालन करते थे. कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन में भी जौला आगे रहे. 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगों के दौरान जौला ने राकेश टिकैत और नरेश टिकैत पर निशाना साधा था.
गुलाम मोहम्मद जौला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाले थे. मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत में गुलाम मोहम्मद जौला नाराजगी भुलाकर मंच पर पहुंचे थे. यहां रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने गुलाम मोहम्मद के पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया था. सोमवार शाम को जौला को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस दौरान भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत समेत तमाम बड़े नेता और भारी संख्या में उनके समर्थक पहुंचे.
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