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दिल्ली में यूक्रेन और रूस पर दिए बयान से जर्मनी नौसेना प्रमुख की छुट्टी, उनका इस्तीफा रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लैंब्रेट ने किया स्वीकार

Apurva Srivastav
24 Jan 2022 7:00 PM GMT
दिल्ली में यूक्रेन और रूस पर दिए बयान से जर्मनी नौसेना प्रमुख की छुट्टी, उनका इस्तीफा रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लैंब्रेट ने किया स्वीकार
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रूस और यूक्रेन पर दिए बयान के चलते जर्मनी के नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल के एचिम शोनबैच को इस्तीफा देना पड़ा है। उनका इस्तीफा रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लैंब्रेट ने स्वीकार कर लिया है।

रूस और यूक्रेन पर दिए बयान के चलते जर्मनी के नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल के एचिम शोनबैच को इस्तीफा देना पड़ा है। उनका इस्तीफा रक्षा मंत्री क्रिस्टीन लैंब्रेट ने स्वीकार कर लिया है। शोनबैच ने यह विवादित बयान अपने हाल के भारत दौरे में दिया था।

नई दिल्ली में मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फार डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस के 21 जनवरी को हुए कार्यक्रम में शोनबैच ने मास्को की कीव पर हमले की योजना को बेकार का काम करार दिया था। लेकिन यह भी कहा था कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बहुत सम्मान करते हैं। पुतिन यूक्रेन पर हमला केवल इसलिए करना चाहते हैं कि वह यूरोपीय यूनियन की एकता को खंडित करना चाहते हैं।
उन्होंने जर्मनी और भारत को रूस की जरूरत बताई थी। कहा था कि हम रूस के साथ मिलकर चीन से लड़ सकते हैं। यूक्रेन के नाटो में शामिल होने के सवाल पर शोनबैच ने कहा था कि उससे कुछ फायदा नहीं होने वाला। नौसेना प्रमुख के इस बयान को जर्मनी की सरकार ने घोर आपत्तिजनक माना।
विदित हो कि जर्मनी नाटो और यूरोपीय यूनियन का महत्वपूर्ण सदस्य देश है और वह यूक्रेन पर रूस के बढ़ते दबाव के विरोध में अमेरिका के साथ है।
गौरतलब है कि जर्मन नौसेना प्रमुख का क्रीमिया पर दिया बयान सीधे तौर पर यूरोप-अमेरिका के रुख के उलट है। वाशिंगटन और पश्चिमी देशों का कहना है रूस ने 2014 में यूक्रेन पर हमला कर क्रीमिया प्रायद्वीप पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया था। इसलिए क्रीमिया को यूक्रेन को लौटाया जाना चाहिए।
इसके अलावा यूक्रेन संकट को लेकर भी अमेरिका-यूरोप अपना रुख साफ कर चुके हैं। दोनों ने ही रूस पर आरोप लगाया है कि वह यूक्रेन पर हमला करने के लिए साजिश रच रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन तो यहां तक कह चुके हैं कि व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर कब्जा कर उसे एक बार फिर सोवियत संघ के दौर का रूप देना चाहते हैं।


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