गाजियाबाद न्यूज़: जीडीए गरीबों के 3500 मकान ही बनाएगा. इन मकानों का पांच प्रोजेक्ट में निर्माण चल रहा है. प्राधिकरण ने अन्य प्रोजेक्ट तैयार करने की असमर्थता जताते हुए शासन को निरस्त करने का प्रस्ताव भेजा था. अब शासन ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने थे. प्राधिकऱण ने मधुबन बापूधाम योजना में 856 मकान तैयार करने का प्रोजेक्ट भी शुरू किया.इस प्रोजेक्ट में अपात्रों को आवंटन होने का मामला सामने आने के बाद सीबीआई तक ने प्रोजेक्ट के दस्तावेज मांगे हैं. इस कारण अभी तक प्रोजेक्ट निर्माणाधीन ही है.
इस प्रोजेक्ट के बाद प्राधिकरण ने डासना, प्रताप विहार, नूरनगर, निवाड़ी में भी प्रोजेक्ट शुरू किए. इन सभी प्राजेक्ट में करीब 3,496 मकान तैयार हो रहे हैं. साथ ही प्राधिकरण को अन्य स्थानों पर 12 हजार मकान और बनाने हैं. लेकिन प्राधिकरण को इन मकानों को बनाने के लिए जमीन ही नहीं मिल रही. जहां जमीन मिल रही है. उसकी कीमत देनी पड़ रही है. ऐसे में प्रोजेक्ट में तैयार होने वाले मकान की कीमत 15 लाख रुपये से अधिक बैठ रही है. इस कारण प्राधिकरण ने पिछले दिनों शासन को पत्र लिखकर आठ हजार मकानों के निर्माण के निस्तीकरण का प्रस्ताव भेजा था. अब शासन ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
जीडीए ने शासन को आठ हजार मकानों के निर्माण के निस्तीकरण का प्रस्ताव भेजा था. इसे शासन की मंजूरी मिल गई है. अब प्राधिकरण निर्माणाधीन प्रोजेक्ट ही पूरे करेगा.-आलोक रंजन, अधिशासी अभियंता, जीडीए
36 हजार मकान बनाने का मिला था लक्ष्य
शासन ने इस योजना के तहत जीडीए को सबसे पहले 36 हजार मकान तैयार करने का लक्ष्य दिया था. उस दौरान प्राधिकरण ने इस लक्ष्य को कम करने का प्रस्ताव दिया. शासन ने इस लक्ष्य को कम करते हुए 20 हजार मकान तैयार करने का लक्ष्य दे दिया. अब प्राधिकरण सिर्फ निर्माणाधीन मकान ही बनाएगा.