बिहार। गया शहर के विष्णुपद थाना क्षेत्र के अशोक बिहार कॉलोनी रोड नंबर 2 में स्थित एक नवयुवती के शव के कमरे से शव बरामद किया गया है। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। जिस घर में स्टोन प्लांट से झूलती मिली है, वह दुकान कार्यालय के प्रधान सहायक कृष्णा प्रसाद है। इनमें से एक ने अपने मकान के एक कमरे में फांसी पर लटकी हुई लाश का निरीक्षण किया और जब शव उतारा गया तो वह निष्प्राण था। मृत ईसाई की पहचान जिले के अटारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेउला गांव के निवास वाले 20 वर्ष की बेटी राजकुमारी गिरी के रूप में की गई है। घटना की जानकारी कृष्णा प्रसाद ने स्थानीय विष्णुपद थाने की पुलिस को दी। विष्णुपद पुलिस ने शव को बरामद कर शव को ग्रेस नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है।
किराए के मकान में रुक कर रही थी पढ़ाई
नॉर्वेजियन ऑफिस में प्रधान सहायक के पद पर टीले के पद पर कृष्णा प्रसाद ने बताया कि “आँचल में रहकर ही पढ़ाई की थी। उन्होंने मेरे मकान में किरायेदार के रूप में अर्थशास्त्र क्लास से पढ़ाई की थी। यहां आश्रम में ही ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की थी।” की थी। अब वह पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर रही थी। उसके माता-पिता मुंबई में रहते हैं।” मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि कई घंटे तक आँचल कक्ष में बंद रही। कमरे से कोई सुगबुगाहट नहीं देखी मेरी पत्नी ने खिड़की से हुंकार देखा तो वह पंजाब में फंदा अटकी हुई थी। लंबे समय से साथ रही लड़की को इस तरह देख हमलोग सन्न रह गए।
मुंबई में माता-पिता, फोन पर दी गई जानकारी
घटना की जानकारी सबसे पहले विष्णुपद थाने की पुलिस दी। उसके बाद होटल को फोन कर पूरी जानकारी दी गई। उनके माता-पिता मुंबई में रहते थे और उनके फूफा सहित अन्य दूर के इलाक़े में थे। इस संबंध में विष्णुपद की स्थापना करते हुए राम भिक्षुक यादव ने बताया कि अशोक विहार कॉलोनी से कृष्णा प्रसाद के मकान से एक मूर्ति का शव पृथ्वी के तालाब में लटका हुआ बरामद किया गया था। ईसाई किराएदार थी। घटना को लेकर पुलिस हर प्वाइंट पर सेक्टर में जारी की गई है।