भारत में हरित और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा। इन दोनों के बढ़ने से भारत में आगामी दिनों में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में तेजी देखने को मिलेगी। इस बीच गौतम अडानी ने हरित ऊर्जा के क्षेत्र में आगामी 10 वर्षों में 100 बिलियन डॉलर के निवेश करने की प्रतिबद्धता भी जताई। दिसंबर में उन्होंने कहा था, ''भारत नवीकरणीय ऊर्जा में वैश्विक नेता बनने के कगार पर है और इसमें अडानी समूह क्रांति लाने के लिए तैयार है।'' अडानी ग्रीन एनर्जी ने दिसंबर में घोषणा की थी कि कंपनी के प्रमोटर 1,480.75 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर अधिमान्य वारंट जारी करके इसमें 9,350 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।
बीते दिनों गौतम अडानी ने कहा था, ''अडानी परिवार का यह निवेश न केवल हमारे देश के स्वच्छ ऊर्जा के सपने को साकार करने के लिए है, बल्कि एक न्याय संगत ऊर्जा परिवर्तन के लिए हमारी प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है, जहां हम पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर अपनी निर्भरता को चरणबद्ध तरीके से खत्म करेंगे। साथ ही हमारी तेज वृद्धि और विकास योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए हरित, किफायती विकल्पों का चरणबद्ध तरीके से विस्तार करेंगे। इस बीच, उबर भारत सहित दुनिया भर में अपने बेड़े को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने की प्रक्रिया में है। बीते दिनों भारत दौरे पर आए उबर के सीईओ की विदेश मंत्री एस जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात हुई थी। उनसे मुलाकात के बाद केंद्रीय विदेश मंत्री ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा था, ''भारत में व्यापार करने को लेकर खोसरोशाही की आशावादिता को सुनना उत्साहवर्धक है।