लखनऊ: नौसेना के शौर्य संग्रहालय के लिए जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूमि पूजन किया था। एलडीए की इस अधिग्रहीत जमीन पर पूर्व आईपीएस कश्मीर सिंह और अन्य ने कब्जा जमा लिया था। एलडीए के भेजे नोटिस का जवाब तब नहीं दिया गया। ऐसे में दिया। बुधवार को एलडीए ने यह 35 हजार वर्गमीटर जमीन बुलडोजर चलाकर खाली करा लिया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस और प्राधिकरण का सुरक्षा बल भी मौजूद रहा। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने बुधवार को गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-7 में अभियान चलाया। शहीद पथ से सटी इस जमीन से अवैध कब्जा हटाया।
प्राधिकरण ने इसका अर्जन 2000-01 में किया था। एलडीए ने बाउंड्री, गार्ड रूम समेत अन्य निर्माण ध्वस्त कर दिए। खाली करायी इस भूमि की वर्तमान कीमत 60 करोड़ है। उपाध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2000-2001 में अमर शहीद पथ गोमती नगर विस्तार योजना अंतर्गत ग्राम-अरदौनामऊ की भूमि का अधिग्रहण किया गया था।
जांच में स्पष्ट होने पर प्राधिकरण ने अवैध कब्जेदारों को जमीन खाली करने के संबंध में नोटिस भेजा। इसके बावजूद विपक्षियों ने प्रतिक्रिया नहीं की। बुधवार को अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में एलडीए की टीम पहुंची। इस टीम में नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी, जोनल अधिकारी शशिभूषण पाठक, अधिशासी अभियंता अजीत कुमार ने कार्रवाई करवाई।
पुलिस मुख्यालय, शहीद पथ के पास एनडीआरएफ को आवंटित भूमि, अर्द्ध निर्मित बंधे के मध्य लगभग 35,000 वर्गमीटर भूमि पर अवैध कब्जा था। इसे खसरा संख्या-315 बताकर डॉ.कश्मीर सिंह, अनीता सिंह, हसन अली खां उर्फ राहत आगा तथा अन्टलिया आर्गेनिक्स निदेशक ने अवैध कब्जा लिया था। प्रकरण में राजस्व विभाग और प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने स्थल का सर्वे कराया। इससे साफ हो गया कि जिसे खसरा संख्या-315 बताया जा रहा है। वह भूमि 261पी, 260पी, 259पी, 238पी, 239पी, 243पी, 244पी, 290पी, 291पी, 292पी, 295पी, 296पी व 324पी ग्राम-अरदौनामऊ की है। यह प्राधिकरण की अर्जित भूमि है। भूमि खसरा 315 का आंशिक भाग बंधे, शेष गोमती में समाहित है।