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क्राइम ब्रांच ने की बड़ी कार्रवाई
NEW DELHI: नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, नॉर्थ रेंज-I ने टिल्लू-ताजपुरिया गैंग Tillu-Tajpuriya gang के एक मेंबर और शॉर्प शूटर विशाल उर्फ घैसल (24) को गिरफ्तार किया है. उसको जेल में बंद गैंग के लीडर की ओर प्रतिद्वंदी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने के निर्देश मिले थे. इसके लिए उसको गिरोह के सदस्यों ने एक देशी पिस्तौल और दूसरी सामग्री भी मुहैया करायी गई थी, लेकिन पुलिस टीम ने उसको पहले ही धरदबोच लिया. क्राइम ब्रांच की टीम ने उसके कब्जे से 1 देशी पिस्टल, 2 जिंदा कारतूस बरामद किये हैं. क्राइम ब्रांच के एक आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में ट्रायल कोर्ट उसे पहले ही भगोड़ा घोषित कर चुकी है.
डीसीपी (क्राइम) सतीश कुमार के मुताबिक, क्राइम ब्रांच crime branch की टीम दिल्ली/एनसीआर में सक्रिय गिरोह के सदस्यों की धरपकड़ करने के लिए पहले से जुटी है. आरोपी शख्स विशाल के ठिकाने का पता लगाने के क्रम में एसआई हितेश भारद्वाज को उसके भलस्वा झील, भलस्वा डेयरी, दिल्ली के पास आने की गुप्त सूचना मिली थी. इस इनपुट के आधार पर एसीपी/एनआर-I विवेक त्यागी की निगरानी में इंस्पेक्टर सतीश मलिक के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. टीम ने गुप्त सूचना वाले ठिकाने पर छापेमारी की. जहां से आरोपी विशाल उर्फ घैसल संदिग्ध रूप से घूमता दिखाई दिया. टीम ने तुरंत उसको गिरफ्त में ले लिया. शॉर्प शूटर विशाल उर्फ घैसल निवासी गोयला डेयरी, दिल्ली में रहता है जो मूल रूप से सांपला, रोहतक (हरियाणा) का निवासी है. आरोपी विशाल की गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच थाना पुलिस ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है. आरोपी विशाल उर्फ घैसल ने 10वीं तक की पढ़ाई अपने गांव सांपला में ही की थी. कम उम्र से ही वह सुमित उर्फ झुमका निवासी सांपला रोहतक को जानता था. जो टिल्लू-ताजपुरिया गिरोह का सदस्य है. सुमित उर्फ झुमका हाल में अलीपुर थाना में हुई हत्या में शामिल था और अभी भी फरार है.
सुमित उर्फ झुमका के जरिए वह हिम्मत उर्फ चीकू नामक गिरोह के एक अन्य सदस्य के संपर्क में आया था. उसने उनके निर्देशों पर काम करना शुरू कर दिया. दिसंबर 2020 में हिम्मत उर्फ चीकू के निर्देश पर उसने परमजीत उर्फ चिता के साथ मिलकर एक बोगा (गैंगस्टर राजेश बवानिया का शार्प शूटर) की हत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन जब वे योजना को अंजाम देने जा रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया था. जेल से छूटने के बाद भी वह सुमित उर्फ झुमका के संपर्क में रहा. मार्च 2024 में, उसकी मुलाकात सुमित उर्फ झुमका से हुई थी. जिसने उसे अपना गुजारा करने के लिए पैसे दिए थे और उसे आश्वासन दिया कि वे प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों को मारने में उसका इस्तेमाल करेंगे. करीब 15-20 दिन पहले उसे सुमित उर्फ झुमका के निर्देश पर हथियार और गोला-बारूद मिला था. उसे हिम्मत उर्फ चीकू की ओर से सौंपे गए टारगेट पर काम शुरू करने के लिए टिल्लू-ताजपुरिया गिरोह के एक अन्य सदस्य से मिलने के लिए भलस्वा झील के पास पहुंचने का निर्देश दिया गया था. हालांकि, टीम ने उसे दबोच लिया. आरोपी विशाल उर्फ घैसल के खिलाफ पहले से ही दिल्ली के अलग-अलग पुलिस थानों में आर्म्स एक्ट और चोरी के 2 मामलों में दर्ज हैं.
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