जज के सामने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दिखाया भोलापन, धमकी केस को बताया साजिश
गुजरात। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का कहना है कि उसके खिलाफ साजिश रची जा रही है. इसमें पुलिस भी शामिल है. इसके तहत उसे और उसके भाई अनमोल बिश्नोई को फंसाया जा रहा है. उसका कहना है कि वो जेल में बंद है. ऐसे में किसी को धमकी कैसे दे सकता है? किसी की हत्या कैसे करवा सकता है? जोधपुर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट के सामने शनिवार को हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान गैंगस्टर ने अपनी सफाई दी है. लॉरेंस बिश्नोई ने मजिस्ट्रेट के सामने कहा, ''मैं जेल में बंद हूं. मैं किसी को धमकी कैसे दे सकता हूं. किसी को कैसे मार सकता हूं. ये सब मेरे खिलाफ साजिश चल रही है. मेरे भाई अनमोल को भी इस साजिश में फंसाया जा रहा है. जेल में मोबाइल नहीं होता है. ऐसे में वो किसी से मोबाइल पर कैसे बात कर सकता है. कुछ लोग बस उसके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं. पुलिस भी इस साजिश में पूरी तरह शामिल है.''
गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने जोधपुर के जैन ट्रेवल्स के मालिक को धमकी देने और मारने की कोशिश के मामले में जज के सामने अपना बयान दर्ज कराया. उसने कहा कि पुलिस उसे झूठे मामले बनाकर फंसा रही है. जज ने जब कहा कि फायरिंग करने गए दोनों शूटर्स ने उसके जरिए पंजाब से अकाउंट में रुपए डलवाने की बात मानी है, तो लॉरेंस ने कहा कि वो जेले से कैसे कर सकता है.
जज ने पूछा कि दोनों शूटर्स ने कहा है कि लॉरेंस बिश्नोई से उनकी बात कराई गई थी, तो गैंगस्टर ने फिर दुहराया कि जेल में मोबाइल नहीं है. वो किसी से मोबाइल पर बात नहीं कर सकता है. ये लोग बस उसके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं. उसके वकील संजय बिश्नोई ने कहा कि 4 मार्च 2017 में जैन ट्रैवल्स के मालिक पर जानलेवा हमले और रंगदारी मांगने के आरोप में वीसी के जरिए बयान हुए है. पेशी के दौरान जज हर्षित हाड़ा की कोर्ट में के लॉरेंस बिश्नोई के बयान लिए गए. कोर्ट में लॉरेंस से 50 सवाल किए, जिनमें से वो ज्यादातर सवालों के जवाब में कहा कि वो जेल में है, इसलिए ऐसा नहीं कर सकता. उसके ज्यादातर सवालों के जवाब उसके वकील संजय बिश्नोई और सुनील चारण ने दिए. लॉरेंस ने पुलिस पर अपराध कुबूलने के लिए दबाव डालने के सनसनीखेज आरोप भी लगाए हैं.4 मार्च 2017 में जोधपुर में जैन ट्रैवल्स के मालिक मनीष जैन के ऑफिस में उन पर फायरिंग करने लॉरेंस गैंग के गुर्गे आए थे. लेकिन जैन की किस्मत अच्छी निकली और पिस्टल लॉक होने की वजह बिना फायरिंग किए बदमाशों को भागना पड़ा. इस घटना में रंगदारी के लिए लॉरेंस गैंग का इंटरनेट कॉल आया था. तब पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया था.