प्रतापगढ़। पेट्रोल पंप (Petrol Pump) पर मिलावटी पेट्रोल-डीजल की सप्लाई करने वाले गैंग को यूपी एसटीएफ ने प्रतापगढ़ (Pratapgarh) के कोतवाली इलाके से से गिरफ्तार किया है. 7,800 लीटर मिक्सचर सॉल्वेंट के साथ 4 लोगों को पकड़ा गया है. दो साल पहले निरस्त हो चुके पेट्रोल पंप से मिलावटी पेट्रोल और डीजल की सप्लाई की जा रही थी. एसटीएफ की टीम ने नौ हजार लीटर नकली पेट्रोल, डीजल के साथ टैंकर बरामद कर लिया. वहीं पुलिस ने पेट्रोल पंप के चार कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से 81 हजार रुपये की नगदी, चार मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है. एसटीएफ और पूर्ति विभाग की टीम ने पेट्रोल पंप को सील कर दिया, जबकि एसटीएफ को चकमा देकर पंप मालिक और मैनेजर फरार हो गया.
पेट्रोल पंप संचालक घनश्याम और आयुष सिंह पर आरोप है कि दोनों रायबरेली की एएमकेएपी मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड से नकली पेट्रोल और डीजल लेते थे. 50 से 55 रुपये में नकली पेट्रोल और डीजल खरीदकर कर मार्केट के दामों पर तेल की सप्लाई की जाती थी. इस पूरे मामले में अयोध्या का रहने वाला राजेश पांडेय मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. अयोध्या, बस्ती, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज के कई पेट्रोल पंप और क्रेशर प्लांट में मिलावटी पेट्रोल-डीजल को सप्लाई किया जा रहा था. इसके लिए गैंग ने मनमाने ढंग से जाली टैक्स इनवॉइस और अन्य कागजात भी तैयार कर लिए थे.
एसटीएफ की पूछताछ में यह भी पता लगा है कि नकली डीजल- पेट्रोल बेचने वाले पेट्रोल पंप का लाइसेंस कंपनी ने सालों पहले ही निरस्त कर दिया था. लेकिन पूर्ति विभाग और तेल माफिया की मिलीभगत से यह पेट्रोल शहर के बीच में संचालित किया जाता रहा. बताया जा रहा मनोज सिंह और घनश्याम सिंह द्वारा यह पेट्रोल पंप का संचालन और वर्षो से नकली तेल बेचा जा रहा था. एसटीएफ ने सभी के विरुद्ध गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर सरगना की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है.