सांकेतिक तस्वीर
यूपी। घर से शौच के लिए निकली दलित बच्ची की शनिवार रात गैंगरेप के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस की टीमों ने 12 घंटे के अंदर मुठभेड़ के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा ने बताया कि घटना के बाद मुख्य आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बरेली के नवाबगंज पुलिस और एसओजी की टीम सर्विलांस के सहयोग से उमरिया गांव के पास एक गन्ने के खेत मे छिपे आरोपियों की पुलिस टीम ने घेराबंदी कर ली तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी फायरिंग में आरोपी महेश यादव के दाहिने पैर में गोली लग गई। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं दूसरे आरोपी संजय को भी मुठभेड़ के बाद पुलिस ने धर दबोचा। जबकि, अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस टीमें कॉम्बिंग कर रही हैं। दोनों को पुलिस ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। नवाबगंज सीएचसी के अधीक्षक डा. विनयेश त्रिपाठी ने बताया कि महेश को एक्स-रे के लिए जिला हास्पिटल रेफर किया गया है।
थानाक्षेत्र के परसापुर गांव की 17 वर्षीय दलित बालिका के गाल, गले और शरीर आए जख्म उसके साथ हुई बेरहमी को बयां करने के लिए काफी हैं। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि दरिंदगी के बाद गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया गया। बेहद ही शांत और सुशील स्वभाव की लड़ी शुक्रवार रात करीब साढ़े नौ बजे घर से शौच के लिए निकली थी। काफी समय बीत जाने के बाद जब वह घर नहीं लौटी तो परिजनो ने उसकी तलाश शुरू की। कुछ देरबाद घर से तकरीबन 150 मीटर की दूरी पर अर्धनग्न अवस्था में उसका शव मिला। उसके शरीर पर सिर्फ स्वेटर था। आरोपी उसका मोबाइल भी घटना को अंजाम देने के बाद अपने साथ ले गए। अलबत्ता लोटा और चप्पल घर से थोड़ी दूरी पर पड़ा।
लौव्वावीरपुर गांव के जोगाराय पुरवा का निवासी महेश यादव शुक्रवार को मृत बालिका के गांव में अपनी मौसी के घर गया था। पुलिस ने बताया की संजय और उसका भाई भी इस घटना में शामिल था।