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BIG BREAKING: भारत के मुख्य न्यायाधीश के घर पहुंचे पीएम मोदी, भड़के इस पार्टी के नेता
jantaserishta.com
12 Sep 2024 5:57 AM GMT
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मुंबई: शिवसेना (UBT) अब भारत के मुख्य न्याधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने तो सीजेआई को शिवसेना से जुड़े मामले से अलग होने की नसीहत तक दे दी है। राउत ने सवाल ऐसे समय पर उठाए हैं, जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और गणेश पूजा में शामिल हुए थे। इसके अलावा कई वकीलों ने भी इस मीटिंग पर सवाल उठाए। जबकि, भारतीय जनता पार्टी ने इसे सिर्फ पूजा में शामिल होना करार दिया है।
पीएम मोदी ने इससे जुड़ी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने लिखा, 'सीजेआई न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ जी के आवास पर गणेश पूजा में शामिल हुआ। भगवान श्री गणेश हम सभी को सुख, समृद्धि और अद्भुत स्वास्थ्य प्रदान करें।'
राउत ने पीएम मोदी के सीजेआई के घर जाने पर सवाल उठाए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, 'देखिए, यह गणपति जी का त्योहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणेश त्योहार मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।'
उन्होंने कहा, 'भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलेंगे, तो लोगों को शक होगा।' उन्होंने कहा कि एक केस में पार्टी प्रधानमंत्री को मुख्य न्यायाधीश के साथ ऐसे करीबी होकर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है।' उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना को तोड़े जाने पर सवाल उठाए हैं।
राउत ने सीजेआई चंद्रचूड़ को महाराष्ट्र सरकार से जुड़े केस से हटने की सलाह दी है। राउत ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि ऐसी परंपरा है कि ऐसे मामलों में अगर जज और पार्टी का कोई संबंध होता है, तो वह खुद के केस से अलग कर लेते हैं। अब मुझे लगता है कि चंद्रचूड़ साहब को खुद को इससे अलग कर लेना चाहिए।' शिवसेना (UBT) नेता सुनील प्रभु ने महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर के फैसले को चुनौती दी है।
शिवसेना (UBT) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, 'ठीक है, त्योहार के बाद उम्मीद है कि सीजेआई महाराष्ट्र पर सुनवाई और महाराष्ट्र में संविधान के अनुच्छेद 10 के उल्लंघन पर सुनवाई को ठीक समझेंगे। अरे, लेकिन चुनाव तो बस आ ही गए, ये अगले दिन के लिए स्थगित की जा सकती है।'
एडवोकेट प्रशांत भूषण ने भी पीएम मोदी के सीजेआई के आवास पर जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, 'हैरानी है कि सीजेआई चंद्रचूड़ ने निजी मुलाकात के लिए मोदी को उनके घर आने दिया। इससे न्यायपालिका के लिए बुरे संकेत मिलते हैं। न्यायपालिका, जिसपर कार्यपालिका से नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है और यह सुनिश्चित करती है कि सरकार संविधान के दायरे में रहकर काम करे। यही वजह है कि कार्यपालिका और न्यायपालिका में दूरी होनी चाहिए।'
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बीएल संतोष ने पीएम मोदी के सीजेआई के आवास पर जाने के विरोधियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, 'रोना शुरू हो गया!!! इन वामपंथी उदारवादियों के लिए शिष्टाचार, सौहार्द, एकजुटता, देश की यात्रा में सहयात्री, ये सब अभिशाप हैं। यह सामाजिक मिलना-जुलना नहीं था, गणपति पूजा को पचा पाना बहुत मुश्किल है।'
उन्होंने एडवोकेट इंदिरा जयसिंह पर सवाल उठाए थे। जयसिंह ने सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल को टैग कर SCBA से इस मुलाकात की सार्वजनिक रूप से निंदा करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि इसके चलते सीजेआई की स्वतंत्रता पर से भरोसा उठ गया है।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, 'गणेश पूजा में शामिल होना कोई अपराध नहीं है। शुभ समारोहों, शादियों, कार्यक्रमों में कई मौकों पर न्यायपालिका और राजनेता मंच साझा करते हैं। लेकिन अगर प्रधानमंत्री सीजेआई के घर पर इसमें शामिल होते हैं, तो उद्धव सेना के सांसद CJI और सुप्रीम कोर्ट की अखंडता पर सवाल उठाते हैं। कांग्रेस ईकोसिस्टम सुप्रीम कोर्ट पर ऐसे हमले करता है, जैसे राहुल गांधी ने पूर्व में किए थे। यह न्यायालय की शर्मनाक अवमानना और न्यायपालिका का अपमान है।'
#WATCH | PM Narendra Modi attended the Ganesh Puja celebrations at the residence of Chief Justice of India DY Chandrachud, in Delhi. pic.twitter.com/VqHsuobqh6
— ANI (@ANI) September 11, 2024
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