उत्तराखंड आइकॉन अवॉर्ड 2023 से सम्मानित हुए कपकोट के गणेश गड़िया
कपकोट/बागेश्वर: राज्य के बागेश्वर जनपद के कपकोट विधानसभा के अंतर्गत आने वाला ग्राम लीली निवासी गणेश गढ़िया को दूरस्थ क्षेत्र में शिक्षा के उत्थान हेतु किये जा रहे उनके प्रयासों व शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उत्तराखंड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने उत्तराखंड आइकॉन अवॉर्ड 2023 से सम्मानित किया। इससे पूर्व उन्हें अपने शोधपत्र भारतीय संस्कृति में हिंदी भाषा का स्थान के लिए इन्हें संगम अकादमी कोटा राजस्थान के द्वारा राष्ट्रीय हिंदी सेवा सम्मान, ज्ञान उदय फाउंडेशन कोटा राजस्थान के द्वारा इंडियन आइकन अवार्ड 2023 व इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड के द्वारा भारत गौरव सम्मान 2023 से और हाल ही में उनके एक और शोधपत्र “political consciousness of rural life” (ग्रामीण जीवन की राजनीतिक चेतना) के लिए ज्ञान उदय फाउंडेशन कोटा राजस्थान द्वारा द इंटनेशनल अचीवर अवॉर्ड 2023 से सम्मानित किया जा चुका है। इसी वर्ष उनका नाम इंडिया प्राउड बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है।
जैसे की पिछले पोस्ट में हमने बताया था कि गणेश गड़िया ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राथमिक विद्यालय कपकोट व हाईस्कूल इंटर कॉलेज असों व इंटरमीडिएट राजकीय इंटर कॉलेज कपकोट से पूर्ण की है, और उच्च शिक्षा राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर से पूर्ण की। वर्ष 2019 में उन्होंने राजनीति शात्र में नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। वर्तमान में माँ उमा जूनियर हाईस्कूल पतियासार में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों खासतौर पर डॉ ममता जोशी जी व अपने दादा स्व श्री मधन सिंह गढ़िया (भूतपूर्व प्रधानाचार्य इंटर कॉलेज शामा) को देते हैं। उनका लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शहरी क्षेत्र बच्चों की भांति उच्चगुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान हो सके ताकि वे भी उनके साथ समान रूप प्रतिस्पर्धा कर सकें।