भारत

गडकरी ने याद किए नब्बे के दशक के दिन

HARRY
23 Jun 2023 4:20 PM GMT
गडकरी ने याद किए नब्बे के दशक के दिन
x

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करना 'मोदीनॉमिक्स' का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल धन सृजन होता है, बल्कि लोगों को रोजगार भी मिलता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने यहां नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, ''कांग्रेस के 60 साल के शासनकाल में पूंजीपतियों के खिलाफ नफरत फैलाई गई। कांग्रेस शासन के दौरान शासन बजट-केंद्रित था।'' उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन के लिए घरेलू पूंजी निवेश को प्रोत्साहित करना और वृद्धि के लिए विदेशी पूंजी लाना जरूरी है।

1990 के दशक में महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) मंत्री के रूप में अपने दिनों को याद करते हुए गडकरी ने कहा कि तब वह बीओटी (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) और पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) के आधार पर बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के बारे में बात करते थे। तो कांग्रेस नेता यह कहते हुए उनका मजाक उड़ाते थे कि क्या सरकार को बीओटी और पीपीपी पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज, बीओटी और पीपीपी मॉडल अच्छी तरह से स्वीकार किए जाते हैं। गडकरी ने कहा कि विकास और आर्थिक वृद्धि पर ध्यान देने के साथ सुशासन के कारण मोदी सरकार में निर्णय लेना पारदर्शी और समयबद्ध है।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने दावा किया कि आज 900 करोड़ रुपये के बजट में नौ लाख करोड़ रुपये के काम किए जा रहे हैं, क्योंकि मोदी सरकार पूंजी निवेश को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि पूंजी निवेश से संपत्ति और नौकरियां पैदा होती हैं। गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार में विकास और आर्थिक वृद्धि पर ध्यान देने के साथ ही सुशासन के कारण निर्णय लेने की प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का लक्ष्य गरीबी और सामाजिक-आर्थिक असमानता को खत्म करना है।

गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार की अंत्योदय योजनाओं से समाज के गरीब तबके को फायदा हुआ है। 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' से जहां 9.5 करोड़ लोगों को गैस चूल्हा मिला, वहीं पीएम आवास योजना से 3.5 करोड़ नागरिकों को घर मिला। उन्होंने कहा, “49 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं, 37 करोड़ लोग आयुष्मान भारत (स्वास्थ्य योजना) के अंतर्गत लाभान्वित हुए हैं और स्वच्छ भारत कार्यक्रम के अंतर्गत 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है। इनमें से ज्यादातर योजनाओं से गरीबों को लाभ और सम्मान मिला है।”

Next Story