राजधानी दिल्ली में जी20 मंडप बनाया गया, कई देशों की 100 से अधिक भाषाओं में पुस्तकें
दिल्ली न्यूज़: विश्व पुस्तक मेले का 50वां संस्करण कई मायनों में काफी अलग है। इस बार भारत जी20 समिट का आयोजन कर रहा है तो मेले में भी जी20 मंडप बनाया गया है। जहां मेले में सम्मानित अतिथि देशों फ्रांस, स्पेन, तुर्की, ईरान, नेपाल, श्रीलंका के 35 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशक भाग ले रहे हैं। साथ ही जी20 देश की पुस्तकें, कला, संस्कृति और साहित्य को प्रदर्शित करने के लिए मंडप भी बनाया गया है। जहां 100 से अधिक भाषाओं में पुस्तकें एक ही मंच पर मौजूद हैं। मंडप में एक साउंड शॉवर ऑडियो तकनीक है जो एक अद्भुत ध्वनि अनुभव प्रदान करती है। इसके जरिए यह जाना जा सकता है कि जी20 में 19 देशों के साथ यूरोपियन यूनियन भी शामिल है। इसमें गत वर्षों की जी 20 यात्रा का दस्तावेजीकरण किया गया है। वहीं इस दौरान इंडिया बुक मार्केट डॉट कॉम के संस्थापक और निदेशक डॉ. सुरिंदर कांसला ने कहस कि बाजार में किताबों से जुड़े लोगों के लिए ऐसा कोई मंच नहीं था, जहां भारतीय पाठकों को सब कुछ एक ही जगह मिल सके। हमने अनोखा मंच तैयार किया है ये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जहां पाठकों, प्रकाशकों सहित सभी आयुवर्ग के लोगों का विशेष ध्यान रखा जाता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध की आँखों देखी गवाही यूपी टू यूक्रेन: पुस्तक मेले में टीवी पत्रकार अभिषेक उपाध्याय की किताब यूपी टू यूक्रेन का का विमोचन किया गया। ये किताब रूस यूक्रेन युद्ध की पहली आंखों देखी गवाही है। इस दौरान नेशनल बुक ट्रस्ट के डायरेक्टर युवराज मलिक, टीवी एंकर रूबिका लियाकत, यश पब्लिकेशन के प्रबंध निदेशक जतिन भारद्वाज भी मौजूद रहे। इस किताब में लड़ाई के उन सबसे भयावह दिनों की लगभग हर महत्वपूर्ण फ्रंटलाइन की कहानी है। ये कहानी उन किरदारों के जरिए बयां की गई है जो वहां लेखक को मिले और जो यूक्रेन छोड़ने के बाद भी लेखक के भीतर रह गए।
प्रेम की परिभाषा गढ़ती दो पुस्तकें: सुमन बाजपेयी की पुस्तक ''हमारी तुम्हारी लव स्टोरीज'' और श्वेता परमार ''निक्की'' की किताब ''खनक का इश्क'' प्रेम की परिभाषा गढ़ती हुई पुस्तकें हैं। प्रभात प्रकाशन के निदेशक प्रभात कुमार व पीयूष कुमार ने कहा कि बतौर प्रकाशक यह गर्व की बात है कि हमें हमेशा नए और दिलचस्प शीर्षक प्रकाशित करने का अवसर मिलता है और प्रेम एक ऐसा भाव है जो हम सबको एक दूसरे से बांधे रखता है।
राहुल सांकृत्यान की जीवनी का लोकार्पण: राजकमल प्रकाशन के जलसाघर में तीन नई पुस्तकों माधव हाड़ा की ''वैदेही ओखद जाणे : मीरा और पश्चिमी ज्ञान मीमांसा'', कृष्ण कल्पित की ''जाली किताब'' और अशोक कुमार पांडेय द्वारा लिखित राहुल सांकृत्यायन की जीवनी ''राहुल सांकृत्यायन : अनात्म बेचैनी का यायावर'' का लोकार्पण हुआ। वहीं वाणी प्रकाशन ग्रुप के साहित्यघर उत्सव में कई पुस्तकों का लोकार्पण किया गया। इनमें लेखक हरियश राय के उपन्यास ‘दहन’, मोटिवेशनल स्पीकर एवं लेखक प्रो. संजय सिंह बघेल वाणी प्रकाशन ग्रुप द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘आसमां से आगे’, आलोचक वैभव सिंह की नवजागरण पर आधारित पुस्तक ‘रवीन्द्रनाथ टैगोर उपन्यास, स्त्री और नवजागरण’, साहित्यकार ,लेखक और दलित चिंतक प्रोफेसर श्यौराज सिंह बैचेन की कहानी संग्रह ''हाथ तो उग ही आते हैं'', और चर्चित कथाकार एस. आर. हरनोट की पुस्तक ''नदी रंग जैसी लड़की'' और ‘कीलें’ का लोकार्पण हुआ।
विशेष शिक्षा पर प्रकाश डालती है पुस्तकें: पुस्तक मेले में वीरवार को मार्गिका फाउंडेशन, हैदराबाद और अमेरिका स्थित एनजीओ ने कॉफी टेबल बुक ''माइंडस्केप्स: ए कैनवस ऑफ इमोशंस इन ए स्पेशल वर्ल्ड!'' का प्रदर्शन किया। जो विशेष आवश्यकता वाले बच्चों और युवा वयस्कों की विशेष प्रतिभाओं और ईमानदार, सीधे-सीधे दिल की कहानियों को चित्रित करता है। मार्गिका की संस्थापक नीना राव द्वारा दुनिया भर के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की मदद करने के लिए महामारी के दौरान स्थापित एक वर्चुअल टैलेंट शो मेराकी से प्रेरित है।