जी 20 की अध्यक्षता से भारतीय पर्यटन को मिलेगी मजबूती : केंद्र
नई दिल्ली। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग व उद्योग संस्था फिक्की के सहयोग से जयपुर में 23 से 25 अप्रैल के बीच 'जी—20 पर्यटन एक्सपो' का आयोजन किया। भारत की जी—20 अध्यक्षता के अनुरूप और आजादी का अमृत महोत्सव अमृत काल के उत्सव पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में एक मिशन मोड के तहत पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटन मंत्रालय के सचिव अरविंद सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की पूरे देश में 50 नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने की योजना है, साथ ही देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 59 नए हवाई मार्गों को परिचालित करने की भी परिकल्पना की गई है।
जी—20 पर्यटन एक्सपो के उद्घाटन सत्र के दौरान पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि भारत की जी—20 अध्यक्षता में, भारत का पर्यटन क्षेत्र एशिया पैसेफिक क्षेत्र में सबसे अधिक मजबूती दर्शा रहा है। महामारी से पैदा हुई कई चुनौतियों के बावजूद भारत में वर्ष 2022 के दौरान करीबन 62 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ, जबकि वर्ष 2021 में करीबन 15 लाख विदेशी पर्यटक भारत आये थे। इस प्रकार पर्यटकों के आगमन में पिछले वर्ष की तुलना में 305 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए हमने हरित पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना बनाई है और 50 नए पर्यटन स्थल खोले गए हैं तथा विदेशी बाजारों में प्रचार शुरू किया गया है।
देश में पर्यटन क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए शुरू की गई पहल पर प्रकाश डालते हुए श्री सिंह ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने पहले ही दो जी—20 पर्यटन कार्य समूह बैठकें आयोजित की हैं और हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल विकास, एमएसएमई संवर्धन तथा गंतव्य प्रबंधन को बढ़ावा देने की संभावनाओं का पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार मजबूत बुनियादी ढांचे के विकास पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। हम रेल, सड़क और हवाई संपर्क बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित करने के साथ-साथ पर्यटन के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए समावेशी दृष्टिकोण अपना रहे हैं। हमने ‘उड़ान’ योजना के तहत नागर विमानन मंत्रालय को 59 नए मार्गों की सिफारिश की है, जो बहुत सफल रही हैं। इनमें से 51 पर्यटन मार्ग पहले ही चालू हो चुके हैं।
जी—20 पर्यटन एक्सपो, जयपुर में शामिल हुए राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बताया कि राज्य सरकार पूरे राजस्थान में 23 पुरानी हवाई पट्टियों को पुन: संचालित करने की योजना बना रही है, जिससे राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
प्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए फिक्की की पर्यटन और संस्कृति समिति के अध्यक्ष दीपक देवा ने कहा, ‘दुनिया भर में पर्यटन की वापसी हुई है और इस दिशा में भारत आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहा है। हम 11 मिलियन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लक्ष्य की गति को बनाए रखने की उम्मीद रखते हैं। भारत की जी—20 अध्यक्षता इस अभियान को सुदृढ़ बनाएगी’। इस अवसर पर फिक्की और द ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप की पूर्व अध्यक्ष मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.ज्योत्सना सूरी ने कहा, “भारत की जी—20 अध्यक्षता न केवल बैठकों का आयोजन करने का एक विशिष्ट अवसर है, बल्कि भारत की विविध संस्कृति, व्यंजन, विरासत और पर्यटन स्थलों की निधि को प्रदर्शित करने का एक भव्य मंच भी है। यह पर्यटन उद्योग के लिए भी खुद को प्रदर्शित करने का सुअवसर रहा।
जी—20 पर्यटन एक्सपो के उद्घाटन के दौरान भारत में दक्षिण कोरिया गणराज्य के राजदूत महामहिम चांग जे-बोक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। एक्सपो का आयोजन ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार (जीआईटीबी) के 12वें संस्करण के साथ-साथ किया गया। जीआईटीबी, भारत में अंर्तगामी (इनबाउंड) पर्यटन के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है। इसके सह-आयोजक भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय, पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार और भारतीय उद्योग एवं वाणिज्य परिसंघ (फिक्की) रहा। विशेष जी—20 पर्यटन एक्सपो में पैनल चर्चा, राजदूतों की गोलमेज बैठक, सांस्कृतिक आयोजन, गोल्फ खेल और अन्य कार्यक्रम हुए।
इसका आयोजन तीन साल के अंतराल के बाद किया गया। ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार 56 देशों के 283 टूर ऑपरेटरों की 11,000 से अधिक बी2बी बैठकों का साक्षी बना। इसमें जी—20 देशों के 150 से अधिक टूर ऑप्रेटर शामिल हुए। इनमें 11 राज्यों – राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, गोवा, ओडिशा, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पर्यटन बोर्ड के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त 290 से अधिक भारतीय प्रदर्शनीकर्ता भी शामिल रहे।