भारत

विरोध: 'G-23 अप्रासंगिक, हुआ दुरुपयोग', वरिष्ठ कांग्रेसी नेता का बड़ा बयान

HARRY
13 Sep 2021 3:08 AM GMT
विरोध: G-23 अप्रासंगिक, हुआ दुरुपयोग, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता का बड़ा बयान
x
फाइल फोटो 

नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) में जारी कलह और तमाम मुश्किलों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली (Veerappa Moily) ने कई बातें कही हैं. वीरप्पा मोइली का कहना है कि कुछ नेताओं ने जी-23 ग्रुप का गलत इस्तेमाल किया, उनका आइडिया सही नहीं था. कांग्रेस नेता ने इसी के साथ चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के कांग्रेस में आने का सपोर्ट किया.

समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में वीरप्पा मोइली ने कहा कि प्रशांत किशोर का कांग्रेस में आने का जो विरोध कर रहे हैं, वो रिफॉर्म के खिलाफ है.
वीरप्पा मोइली ने कहा कि जी-23 का कुछ नेताओं ने गलत इस्तेमाल किया. जी-23 को पार्टी को बनाने के लिए काम करना था, ना कि उसे बर्बाद करने के लिए. सोनिया गांधी की लीडरशिप में पार्टी में रिफॉर्म हो ही रहा है, ऐसे में इसमें जी-23 का कोई रोल नहीं है. कांग्रेस नेता ने कहा कि आगे भी जी-23 जैसे किसी ग्रुप का गठन या समर्थन कांग्रेस के विरोधियों को ही लाभ पहुंचाने वाला है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस बड़े बदलाव की बात हो रही है, वह सोनिया गांधी की अगुवाई में हो रहा है, सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) लगातार फैसले ले रही हैं और वो एक्टिव हैं. प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने की अटकलों को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि जो इसका विरोध कर रहे हैं, वो ऐसा ना करें क्योंकि देश और कांग्रेस (Congress) के लिए ज़रूरी है कि पार्टी में रिफॉर्म आए. वीरप्पा मोइली के मुताबिक, प्रशांत किशोर अगर पार्टी में शामिल होकर काम करते हैं तो वो ज्यादा सही रहेगा.
कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि हम कभी हार सकते हैं, लेकिन ये हमेशा के लिए नहीं हो सकता है. पहले भी ऐसा देखने को मिला है कि कांग्रेस ने ज़बरदस्त वापसी की है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शरद पवार खुद इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि कई राज्यों में सिर्फ कांग्रेस ही भाजपा का मुकाबला कर सकती है.
राहुल गांधी की फिर से अध्यक्ष पद पर वापसी की अटकलों को लेकर वीरप्पा मोइली ने कहा कि राहुल गांधी ही अध्यक्ष पद के लिए सबसे बेहतर च्वाइस हैं, लेकिन इस वक्त पार्टी को रिऑर्गनाइज़ करने की भी ज़रूरत है. वीरप्पा मोइली का ये बयान तब आया है, जब राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग ज़ोर पकड़ रही है.
Next Story