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पूरी हुई साथ जीने-मरने की कसमें! सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार, शोक में डूबा गांव

jantaserishta.com
18 Feb 2021 8:11 AM GMT
पूरी हुई साथ जीने-मरने की कसमें! सड़क हादसे में पति-पत्नी की मौत, एक ही चिता पर हुआ अंतिम संस्कार, शोक में डूबा गांव
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मध्य प्रदेश का भयावह सीधी सड़क हादसा किसी से भुलाए से भी नहीं भूला जा रहा. अब तक 51 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं इस हादसे में एक पति-पत्नी की मौत की खबर सामने आई, जिनका विवाह 8 जून 2020 को हुआ था और दोनों ने साथ जीने मरने के वादे क‍िए थे. अंततः उनके वादे सबकी आंखों को नम करते हुए, सबको रुलाते हुए पूरे हुए. दोनों साथ में इस अनहोनी में काल का ग्रास बन गए.

सीधी ज‍िले के शमी तहसील के गैवटा पंचायत मेंं देवरी निवासी 25 वर्षीय अजय पनिका, सीधी में रूम लेकर रहा करते थे और अपनी 23 वर्षीय पत्नी तपस्या को एएनएम का पेपर दिलाने सीधी से सतना जा रहे थे. इस दौरान हुए सड़क हादसे में दोनों पति-पत्नी की जान चली गयी.
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन रोते-बिलखते हुए घटनास्थल पर पहुंचे और शव की तलाश करने लग गये. तपस्या का शव मंगलवार 3 बजे मिला और अजय का शव 5 बजे मिला. पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों के शव को एम्बुलेंस से रात 10 बजे देवरी पहुंचाया गया.
पूरा गांव इस अनहोनी से गमगीन था, सबकी आंखों में आंसू भरे हुए थे लेकिन मजबूरी देखिए क‍ि अजय के पिता अपने पुत्र -पुत्रवधू के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके.जिस वक्त ये हादसा हुआ अजय के पिता गुजरात में थे, अगर वो वहां से आते भी तो उन्हें आने में 3 दिन लगते और पोस्टमॉर्टम किये शव को इतने लंबे समय रोका नहीं जा सकता था.
दोनों की शादी 8 महीने पहले ही हुई थी. अजय, पत्नी तपस्या को पढ़ा-लिखा के कुछ बनाना चाहता था और उसे एग्जाम दिलाने सतना लेकर जा रहा था.
इसके बाद अजय और तपस्या दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ बुधवार को किया गया और प्रथा के अनुसार मुखाग्नि दी गयी. दोनों को एक ही चिता से दुनिया से अलविदा कर दिया गया.


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