पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड मेहुल चोकसी इस समय खूब सुर्खियां बटोर रहा है. उसे फिर भारत लाने की कवायद तेज हो गई है. डोमिनिका कोर्ट ने भी उसे अवैध अप्रवासी घोषित कर दिया है. इस बीच मेहुल की पत्नी प्रीति चोकसी को लेकर चौंकाने वाली खबर सामने आई है. अभी तक खुद को इस घोटाले से दूर रखने वालीं प्रीति को लेकर भी कुछ सबूत मिले हैं. कहा जा रहा है कि प्रीति ने भी मेहुल के घोटाले में सक्रिय भूमिका निभाई थी.
मेहुल की पत्नी घोटाले में शामिल?
आजतक/इंडिया टुडे के मुताबिक मेहुल की पत्नी के भी पीएनबी घोटाले में शामिल होने के संकेत मिल रहे हैं. वह भी ईडी के रडार पर हैं. बताया गया है कि 2013 में प्रीति ने Dion Lily नाम के शख्स से मुलाकात की थी. वो यूएई में गीतांजलि जेम्स में कर्मचारी थी. उसके जरिए सीडी शाह और असिस्टेंट नेहा शिंदे से मुलाकात हुई और फिर तीन ऑफशोर कंपनियों को खोलने का फैसला हुआ. उन तीन कंपनियों के नाम Ms Charing Cross Holdings ltd,Ms Colindale Holdings Ltd,And Hillingdon Holdings Ltd बताए गए हैं.
इसमें Hillingdon Holdings कंपनी में तो प्रीति Ultimate Beneficial Owner थीं. ऐसे में उनकी भूमिका को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं. वहीं जानकारी तो ये भी मिली है कि 9 नवंबर 2014 को Hillingdon Holdings कंपनी के अकाउंट में AED 600000 डाले गए थे. हैरानी की बात ये है जिस कंपनी ने ये पैसे ट्रांसफर किए थे, वो सीधे तौर पर गीतांजलि ग्रुप से जुड़ी हुई थी.
वहीं जांच के दौरान कुछ ऐसे दस्तावेज भी सामने आए हैं जिसकी वजह से Ms Hillingdon Holdings Ltd को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. जो दस्तावेज मिले हैं उनमें लाभार्थी में प्रीति का नाम लिखा हुआ है. दस्तावेजों पर प्रीति के सिग्नेचर भी देखने को मिल रहे हैं. इसी वजह से इस घोटाले के तार भगोड़े मेहुल चोकसी की पत्नी से भी जुड़ते दिख रहे हैं. इन खुलासों पर प्रीति की तरफ अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. लेकिन वे लगातार अपने पति का बचाव करती जरूर दिख रही हैं.
उन्होंने जोर देकर कहा है कि उनके पति को भारत में जान का खतरा है. आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा था कि एंटीगुआ और डोमिनिका की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है लेकिन हाल फिलहाल में जो मारपीट हुई है उसके बाद उन्हें डर है कि उनकी जान जा सकती है. मेरे पति को अगवा किया गया है, डोमिनिका की अदालत से मेरे पति को न्याय मिलेगा. जो भी मारपीट हुई है उसके बाद क्या हम भारत पर भरोसा कर सकते हैं?
सोर्स न्यूज़ - आज तक