अध्यात्म से अध्यापन तक नारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा : जेपी नड्डा
दिल्ली। महिला आरक्षण बिल यानी की नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लोकसभा से पास होने के बाद आज राज्यसभा में चर्चा शुरू हो चुकी है. जेपी नड्डा ने कहा अध्यात्म से अध्यापन तक नारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
भारतीय संस्कृति में नारी को देवी का स्थान दिया गया. हमारी संस्कृति में नारी को महत्व दिया गया- सीताराम, राधेश्याम. अब हमको दुनिया समझाए कि नारी फर्स्ट. उन्होंने वैदिक काल से लेकर रानी जीजा बाई, अहिल्याबाई होल्कर समेत तमाम महिलाओं की चर्चा की जिन्होंने शासन-सत्ता की बागडोर संभाली. बीजेपी अध्यक्ष ने रानी लक्ष्मीबाई से लेकर कित्तूबाई चेन्नम्मा, महारानी अबक्का का उल्लेख कर इतिहास की शौर्य गाथा याद की और ये भी कहा कि 21वीं सदी महिलाओं की शताब्दी है. हर क्षेत्र में भारत की महिलाएं अपने आपको लीडिंग रोल में लेकर आई हैं.
जेपी नड्डा ने आगे कहा आजाद भारत में 12 महिलाएं 12 मुख्यमंत्री बन चुकी हैं. कई देशों में महिलाओं ने वोटिंग राइट्स के लिए लंबा संघर्ष किया. हमारे यहां पहले आम चुनाव में ये महिलाओं को ये अधिकार मिला. उन्होंने सरोजनी नायडू की ब्रिटिश पीएम को चिट्ठी का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हमारा नजरिया अबला, बेचारी का कभी नहीं रहा. हमने आगे बढ़ाने का काम किया. हमारे देश को कई दूसरे देशों के मुकाबले पहले महिला पीएम मिली.
#WATCH | Women's Reservation Bill | In Rajya Sabha, BJP president and MP JP Nadda says, "...We all know that the proceedings in this new Parliament began from Ganesh Utsav and yesterday in Lok Sabha, the Women's Reservation Bill - Nari Shakti Vandan Adhiniyam - was passed without… pic.twitter.com/XtZIcuKMhf
— ANI (@ANI) September 21, 2023