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दोस्तों ने दोस्त को लगाया ठिकाने, मेरे जूते-कपड़े ब्रांडेड हैं ऐसा कहना नहीं आया रास

jantaserishta.com
12 March 2024 9:02 AM GMT
दोस्तों ने दोस्त को लगाया ठिकाने, मेरे जूते-कपड़े ब्रांडेड हैं ऐसा कहना नहीं आया रास
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फोन करके बुलाया।
बरेली: बरेली के बिशारतगंज में चाकूओं से गोदकर विजय की हत्या से पहले मीत और अरुण गोस्वामी के बीच जूते और कपड़ों की ब्रांड को लेकर कहासुनी हुई थी। विजय ने कहा, मेरे कपड़े और जूते तुम लोगों से अच्छे हैं, यही बात मीत को बुरी लगी। इसके बाद अरुण और मीत ने विजय को ठिकाने लगाने की ठान ली। अरुण ने ही विजय को फोन करके बुलाया। देर रात अरुण गोस्वामी को पुलिस ने दबोच लिया। जब मीत और विजय के बीच में कहासुनी हुई तो उस समय और भी कई लड़के थे।
परिवार को उनसे पता चला, विजय ने मीत और अरुण से कह दिया था, उसके जूते और कपड़े ब्रांडेड हैं। इसलिए उनकी कीमत अधिक है। यह बात मीत को बुरी लगी थी। मीत ने दोस्त अरुण से कहा, इसने तो हमारी बेइज्जत की है। पैसे वाला बन रहा है। उसी वक्त विजय को ठिकाने लगाने का निर्णय दोनों दोस्तों ने ले लिया था। विजय के साथ अरुण आठवीं कक्षा तक पढ़ा था। इसलिए विजय और अरुण भी दोस्त थे। जब मीत और अरुण की विजय से बहस हो रही थी, तभी दोनों ने विजय को मारने का प्रयास किया था, लेकिन आसपास के लोगों ने फटकारा तब दोनों चले गए।
बिशारतगंज पुलिस ने मृतक छात्र विजय के बड़े भाई अजय साहू की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। हत्यारोपी मीत गोस्वामी और अरुण गोस्वामी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी को दबिश दी गई। कोई घर पर नहीं मिला। मोहल्ले में पुलिस तैनात है।
हत्या के बाद कातिल मोहल्ले में जाकर कह रहे थे, साहू परिवार मेरा क्या कर लेगा। जो पैरवी करेगा उसको भी देख लगेंगे।
एसपी-दक्षिण, मानुष पारिख ने कहा कि छात्र विजय साहू का मोहल्ले के ही मीत और अरुण गोस्वामी से झगडा हुआ था। इसके बाद आरोपियों ने विजय पर चाकू से हमला कर दिया। मीत और अरुण के खिलाफ नामजद हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। अरुण को दबोच लिया गया।
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