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फ्रेशर पार्टी बनी सुपर स्‍प्रेडर: 281 कोरोना पॉजिटिव, 1822 टेंशन में...

jantaserishta.com
28 Nov 2021 3:05 AM GMT
फ्रेशर पार्टी बनी सुपर स्‍प्रेडर: 281 कोरोना पॉजिटिव, 1822 टेंशन में...
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नई दिल्ली: एक ओर दुनिया में कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रॉन ने दहशत मचा दी है, दूसरी ओर कर्नाटक राज्य में कॉलेज के विद्यार्थियों की एक पार्टी ने सुपर स्प्रेडर का रूप लेकर हड़कंप मचा दिया है। इस पार्टी में शरीक हुए लोगों के जरिए अब तक 281 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। दूसरी लहर के बाद की शांति के बीच यह पहली सुपर स्प्रेडर घटना है। मगर देश के कई दूसरे राज्यों में भी 'कोरोना बम' फूटने लगे हैं।

बेंगलुरु से करीब 450 किलोमीटर दूर धरवाड़ शहर के एसडीएम मेडिकल कॉलेज में दस दिन पहले हुई फ्रेंशर्स पार्टी अब एक सुपर स्प्रेडर घटना बन चुकी है। शुरूआत में इस पार्टी में शामिल हुए 66 विद्यार्थी व स्टाफ संक्रमित पाए गए थे, अब इस आयोजन के कारण संक्रमित होने वाली की संख्या 281 हो चुकी है। जिलाधिकारी ने कहा है कि संक्रमितों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि अभी 1822 मरीजों की कोविड-19 जांच का रिजल्ट आना बाकी है। इस मेडिकल कॉलेज के दो हॉस्टल सील किए गए हैं और रविवार तक अवकाश घोषित है।
हैदराबाद के नजदीक स्थित महिंद्रा विश्वविद्यालय में संक्रमण फैलने से अब तक 25 विद्यार्थी और पांच शिक्षक कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। कैंपस को बंद कर दिया गया और 1700 विद्यार्थी व फैकल्टी स्टाफ को अपने-अपने घरों में आइसोलेट रहने को कहा गया है। यह निजी विवि टेक महिंद्रा कंपनी की है।
राज्य में 15 नवंबर से पूरी क्षमता के साथ स्कूल खुलने के बाद से अब तक 19 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। जयपुर में बीते मंगलवार को एक निजी स्कूल के 12 बच्चे संक्रमित पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं, 17 नवंबर को ढाई साल के एक बच्चे की मौत हुई जो कि तीन माह बाद राज्य में पहली मौत है।
देहरादून के इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट अकेडमी में हिमाचल प्रदेश से आए एक संक्रमित अफसर के कारण अब तक कुल 11 वन्य अफसर संक्रमित हो चुके हैं। जिलाधिकारी ने कोरोना नियम तोड़ने के मामले में अकादमी को जवाबतलब किया है। वहीं, यहां की तिब्बत कॉलोनी में भी 6 मरीज मिले, दोनों जगह कंटेंटमेंट जोन बना दी गई हैं।
होशियारपुर जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में 14 विद्यार्थियों के संक्रमित पाए जाने के सप्ताहभर के अंदर ही एक अन्य सरकारी स्कूल में 13 बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों ही स्कूल बंद करके विद्यार्थियों को आइसोलेट कर दिया गया है। जिलाधिकारी का कहना है कि नजदीकी गांवों में भी जांचें करायी जा रही हैं।
राज्य के एक प्रमुख मेडिकल कॉलेज में अब तक 55 विद्यार्थी व स्टॉफ कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। वीर सुरेंद्र साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च के कैंपस में शुक्रवार को भी पांच मरीज मिले। इस कैंपस के कई हॉस्टल व स्टाफ क्वार्टरों को कंटेनमेंट व बफर जोन बनाया गया है।
इस समय देश के जिन राज्यों में समुदायिक संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर लोग केस ब्रेक-थ्रू संक्रमण के हैं। यानी ऐसे लोग संक्रमित हो रहे हैं, जिन्हें कोविडरोधी टीका लग चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेकथ्रू इंफेक्शन की घटनाएं चिंता बढ़ाने वाली हैं क्योंकि इससे साबित होता है कि टीका लगवा चुके लोग ज्यादा लापरवाह हो गए हैं जबकि यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि टीका संक्रमण के जोखिम को कम करता है, इससे पूर्ण सुरक्षा नहीं देता। जब तक हमारे आसपास हर व्यक्ति इस संक्रमण को लेकर प्रतिरोधकक्षमता अर्जित नहीं कर लेता, तब तक सबको सतर्कता बरतनी ही होगी।
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