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आज से महंगे टमाटर से मिली आजादी, नेपाली टमाटर की एंट्री से कीमतों में गिरावट

jantaserishta.com
17 Aug 2023 2:54 AM GMT
आज से महंगे टमाटर से मिली आजादी, नेपाली टमाटर की एंट्री से कीमतों में गिरावट
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सरकार के दखल के बाद लोगों की रसोई से गायब हुआ टमाटर एक बार फिर नजर आने लगा है.
नई दिल्ली: बीते दो महीने देश में अन्य मुद्दों पर चर्चा के साथ ही टमाटर की कीमतें (Tomato Price) भी सुर्खियों में हैं. इस अवधि में टमाटर का खुदरा भाव 300 रुपये प्रति किलोग्राम के हाई तक पहुंच गया था, हालांकि अब थोड़ी राहत जरूर मिली है. सरकार के दखल के बाद लोगों की रसोई से गायब हुआ टमाटर एक बार फिर नजर आने लगा है. दरअसल, उपभोक्ताओं को सस्ते दाम पर टमाटर मुहैया कराने के लिए सरकार अन्य घरेलू उत्पादक राज्यों के साथ नेपाल से टमाटर आयात कर रही है. इसमें से 5 टन नेपाली टमाटर भारत पहुंच चुका है. जिसकी बिक्री गुरुवार 17 अगस्त यानी आज से उत्तर प्रदेश में 50 रुपये प्रति किलो के भाव की जाएगी.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सहकारी संस्था भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (NCCF) ने बुधवार को कहा कि पड़ोसी देश नेपाल से लगभग 5 टन आयतित टमाटर जल्द भारत पहुंचने वाला है. इस टमाटर को उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में गुरुवार से सस्ती कीमत पर बेचा जाएगा. प्रदेश के शहरों में लोगों को राहत देने के लिए इस नेपाली टमाटर की खुदरा बिक्री 50 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर की जाएगी. एनसीसीएफ की प्रबंध निदेशक (NCCF MD) एनिस जोसेफ चंद्रा के मुताबिक, नेपाल से आयतित टमाटर गुरुवार से उत्तर प्रदेश में सेल होने लगेगा.
चंद्रा ने कहा कि लगभग 5 टन टमाटर रास्ते में है और कल उत्तर प्रदेश में रियायती दरों पर इसकी खुदरा बिक्री शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड ने नेपाल से 10 टन टमाटर के आयात के लिए करार किया है. इसमें से 3-4 या 5 टन टमाटर गुरुवार को पहुंच सकता है. गौरतलब है कि NCCF न केवल नेपास से टमाटर का आयात कर रहा है, बल्कि घरेलू खरीद भी लगातार जारी है. जिससे कि उपभोक्ताओं को टमाटर की महंगाई से राहत देते हुए सस्ते में मुहैया कराया जा सके.
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के अलावा देश के अन्य हिस्सों में नेपाल से आने वाले टमाटर की सस्ते दाम पर बिक्री को लेकर NCCF MD जोसेफ चंद्रा ने कारण बताते हुए कहा कि आयातित टमाटर को भारत के अन्य हिस्सों में नहीं बेचा जा सकता है, क्योंकि इसकी शेल्फ लाइफ कम होती है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में नेपाल और घरेलू राज्यों से लाया गया टमाटर चुनिंदा स्थानों पर मोबाइल वैन के जरिए बेचा जाएगा.
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