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फ्री में ऑक्सीजन सिलेंडर: जरूरतमंद लोगों के लिए मंदिर प्रबंधक ने की शुरू, सिर्फ देना होगा पहचान पत्र

Admin2
5 May 2021 3:09 PM GMT
फ्री में ऑक्सीजन सिलेंडर: जरूरतमंद लोगों के लिए मंदिर प्रबंधक ने की शुरू, सिर्फ देना होगा पहचान पत्र
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अच्छी पहल

देश में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो चली है. मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अस्पतालों में बेड नहीं है. ऑक्सीजन की किल्लत खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही. ऐसे में कोरोना मरीजों के परिजनों को घंटों लाइन में लगने के बाद भी बड़ी मुश्किल से ऑक्सीजन नसीब हो पा रही है. ऐसे हालात में ऑक्सीजन की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए हैं. ऐसा ही एक मामला बिहार की राजधानी पटना में आया है, जहां एक मंदिर में कोरोना मरीजों के लिए मुफ्त में ऑक्सीजन बांटी जा रही है.

पटना के मशहूर महावीर मंदिर में लोगों को मुफ्त में ऑक्सीजन दी जा रही है. ये मंदिर ऐसे लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है जिनके परिजन कोरोना से संक्रमित हो गए हैं या जिनका घर पर ही इलाज चल रहा है. डॉ. संजीव कुमार पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में डॉक्टर हैं, लेकिन उनके कोरोना संक्रमित पिता को अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिल सकी. इसके बाद डॉ. संजीव कुमार भी मंदिर की शरण में ही आए.

उन्होंने बताया, ""मेरे पिता कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और उनका घर पर ही इलाज चल रहा है. मेरे पिता का ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है. फिर भी हमने उन्हें अस्पताल में भर्ती नहीं कराया, ताकि किसी जरूरतमंद को बेड मिल सके. मैं कई दिनों से ऑक्सीजन के लिए भटक रहा था. फिर मुझे किसी ने बताया कि महावीर मंदिर में ऑक्सीजन उपलब्ध है." महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल की पहल पर मंदिर के तरफ से ऐसे लोगों को मुफ्त में ऑक्सीजन प्रदान किया जा रहा है जिनके परिवार के लोग संक्रमित हैं और जिनका इलाज घर पर चल रहा है. मंदिर से मुफ्त में ऑक्सीजन लेने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवाना होगा और इसके लिए पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड या पैन कार्ड देना होगा.

महावीर मंदिर न्यास की तरफ से संजय सरकार बताते हैं कि पिछले एक हफ्ते से मंदिर की तरफ से जरूरतमंद लोगों के लिए ये सुविधा शुरू की गई है और रोजाना तकरीबन 50 से 60 छोटे सिलेंडर को भरा जाता है. उन्होंने बताया कि उन्हें ये ऑक्सीजन संजय भर्तिया की तरफ से मिल रही है, जिसे बड़े सिलेंडर में भर लिया जाता है. इसके बाद छोटे सिलेंडरों में इन्हें लोगों को मुफ्त में दी जाती है.

कुछ लोग एहतियातन तौर पर भी यहां से ऑक्सीजन ले जा रहे हैं. विश्वजीत कुमार के पिता कोरोना संक्रमित हैं और होम आइसोलेशन में ही उनका इलाज चल रहा है. विश्वजीत बताते हैं कि उनके पिता का ऑक्सीजन लेवल कुछ कम हो गया है. इसलिए पिता की हालत को देखते हुए एहतियातन ऑक्सीजन लेकर जा रहे हैं.

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