कुल्लू। देश की हैल्थ सर्विस को बेस्ट करने के लिए हंस फाउंडेशन आगे आई है। हंस फाउंडेशन उत्तराखंड, हिमाचल और पंजाब के बाद अब देश के छह और राज्यों में पूरे सेटअप के साथ डायलिसिस यूनिटें स्थापित करेगी। इसके लिए प्लान भी तैयार हुए हैं। वहीं, कई राज्यों में सरकारों के साथ एमओयू भी हुए हैं। …
कुल्लू। देश की हैल्थ सर्विस को बेस्ट करने के लिए हंस फाउंडेशन आगे आई है। हंस फाउंडेशन उत्तराखंड, हिमाचल और पंजाब के बाद अब देश के छह और राज्यों में पूरे सेटअप के साथ डायलिसिस यूनिटें स्थापित करेगी। इसके लिए प्लान भी तैयार हुए हैं। वहीं, कई राज्यों में सरकारों के साथ एमओयू भी हुए हैं। देश की हेल्थ सर्विस को बेस्ट करना हंस फाउंडेशन का मुख्य मकसद है। इसका खुलासा हंस फाउंडेशन डायलिसिस मैनेजर ने कुल्लू में खुलासा किया है। उत्तराखंड, हिमाचल और पंजाब में डायलिसिस यूनिटें हंस फाउंडेशन ने खोली हैं। इसके अलावा झारखंड, राजस्थान और आसाम में भी सरकार और हंस फाउंडेशन के बीच बातचीत चल रही है।
हिमाचल प्रदेश में भी हंस फाउंडेशन की सेवाएं शुरू हो गई हैं। यहां 2021 से 12 सरकारी अस्पतालों में निशुल्क डायलिसिस यूनिटें खोल दी है। जबकि कुल्लू में भी नई डायलिसिस शुरू कर दी है। इसके बाद मनाली में शुरू होगी। फरवरी तक 14 यूनिटें होंगी। आठ यूनिटें और खुलेंगी और अप्रैल तक हिमाचल में कुल 22 यूनिटें हंस फाउंडेशन की होंगी। सरकार और हंस फाउंडेशन के बीच एमओयू हुआ है। उधर, हंस फाउंडेशन का पूरे भारत में डायलिसिस देख रहे सीनियर मैनेजर विक्रम सिंह नेगी का कहना है कि फाउंडेशन नि:स्वार्थ भाव से देश के लोगों को डायलिसिस की सुविधा प्रदान कर रही है। देश के कई राज्यों के साथ डायलिसिस यूनिटों को लेकर एमओयू हुए हैं। उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल के बाद अब अन्य राज्यों में भी यूनिटें स्थापित होंगी।