एटीएम बूथ पर एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. यह गैंग अबतक 400 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इस गिरोह के दो सदस्य गुजरात पुलिस के हत्थे चढ़े और तीन को मध्य प्रदेश की सतना पुलिस ने गिरफ्तार किया. इनके पास से कई एटीएम कार्ड और एक पिस्तौल पुलिस ने बरामद की.
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह का संबंध उत्तर प्रदेश और गुजरात से है, लेकिन सतना और रीवा के जिलों में यह गैंग कई वारदातों को अंजाम दे चुका है. पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि सतना जिले के 2-3 इलाकों में एटीएम कार्ड बदलने की कुछ घटनाएं सामने आई थीं. पुलिस ने बताया कि इस गैंग को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम तैयार की गई थी. जो लगातार इस गैंग पर नजर बनाए हुए थी. साइबर सेल की मदद से बेला चौकी की नाकाबंदी लगाकर मोटरसाइकिल सवार तीन आरोपियों को दबोचा फिर सारी वारदातों के तार एक बाद एक खुलते चले गये.
पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि इन लोगों ने एकांत में लगे कुछ एटीएम मशीन को चुन रखा था. गैंग का एक सदस्य एटीएम मशीन के बगल में खड़ा होकर पिन नंबर पर नजर रखता था. गैंग का दूसरा सदस्य एटीएम गेट के बाहर खड़ा रहता था और तीसरा सदस्य लाइन में लग जाता था. फिर लाइन में लगे आगे वाले शख्स का ध्यान भटकाने की कोशिश की जाती. पहली बारी में एटीएम से पैसे नहीं निकलने पर पैसे निकालने पर लाइन में पीछे लगे शख्स भ्रमित कर जाता था कि उसका कार्ड मशीन नहीं ले रही है. फिर मदद करने के बहाने अपने हाथ में रखा एटीएम कार्ड उसे थमा देते. फिर उसके कार्ड से दूसरी मशीन से पैसे निकाल लेते.
ये शातिर बदमाश कैश निकालने की लिमिट खत्म हो जाने पर उसी कार्ड से किसी दुकान या शॉपिंग मॉल से खरीदारी कर लेते थे. इन बदमाशों ने 400 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया है.