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कोरोना से निपटने के लिए देशभर में होगा चौथा सीरो सर्वे, क्यों चौंकाने वाले हैं नतीजे?

Renuka Sahu
21 July 2021 4:42 AM GMT
कोरोना से निपटने के लिए देशभर में होगा चौथा सीरो सर्वे, क्यों चौंकाने वाले हैं नतीजे?
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फाइल फोटो 

कोरोनावायरस आने के बाद ही कुछ महीनों में सरकार ने सीरो सर्वे की शुरुआत की थी. कई राज्य सरकारों ने अपने लेवल पर भी सीरो सर्वे किया.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोनावायरस आने के बाद ही कुछ महीनों में सरकार ने सीरो सर्वे की शुरुआत की थी. कई राज्य सरकारों ने अपने लेवल पर भी सीरो सर्वे किया. मकसद यही था कि अलग-अलग जगहों पर सीरो सर्वे कराकर ये पता चले कि किसी इलाक़े में कितने लोग संक्रमित हुए हैं. कल इसी कड़ी में और कोरोना की दूसरी लहर के थम जाने की सूरत में देश का चौथा सीरो सर्वे जारी हुआ है. इस सर्वे के नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं. इसमें बताया गया है कि देश की दो तिहाई आबादी कोरोना से संक्रमित पाई गई है. सीरो सर्वे में कुल 67.6 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई. यानी ये लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे.

वहीं 6 से लेकर 9 साल तक की उम्र के 57.2 फीसदी बच्चे भी संक्रमित पाए गए. आपको बता दूं कि 21 राज्यों के 70 जिलों में जून-जुलाई महीने में ये चौथा सीरो सर्वे किया गया है. आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने बताय की पिछले तीन सर्वे के मुकाबले ये सर्वे थोड़ा अलग है, क्योंकि इसमें हमने बच्चों को भी शामिल किया है. इसके साथ ही स्कूल खोले जाने के सवाल पर ICMR के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि स्कूल खोले जा सकते हैं, क्योंकि छोटे बच्चों में एडल्ट की तुलना में संक्रमण का खतरा कम है. ऐसे में, कुल मिलाकर सीरो सर्वे के ये आंकड़े क्या इंडिकेट कर रहे है आने वाले दिनों के लिहाज़ से? आईसीएमआर की ये जो फाइंडिंग्स है, उस से क्या ये पक्के तौर पर कहा जा सकता है कि पूरे देश भर के इतने ही लोगों में एंटीबॉडी बन चुकी है?
13 फ़रवरी 2020 ये वो दिन था जब सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश दिया था कि चुनाव लड़ने वाले किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ अगर कोई भी आपराधिक मुकदमा दर्ज है. तो उसे अपने क्षेत्र के वोटरों को इसकी जानकारी देनी होगी. और इसका माध्यम प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या कोई अन्य मीडिया भी हो सकता है. लेकिन 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में इसका पालन नहीं किया गया. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई जिसमें उन पार्टियों पर एक्शन लेने की बात कही गयी थी जिन्होंने जानकारी सार्वजनिक नहीं की. कल इस मामलें पर कोर्ट में सुनवाई हुई. जिसमें कई राजनीतिक दलों ने कोर्ट से माफ़ी मांगी. फिर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया. अब कोर्ट आगे क्या फ़ैसला सुनाता है ये तो आने वाले वक़्त में पता चल जाएगा. लेकिन हम इस बात से मुंह नहीं मोड़ सकते कि केंद्र में चाहे किसी भी पार्टी की सत्ता रही हो, कोई भी राजनीतिक दल दागी नेताओं, सांसदों या विधायकों से अछूता नहीं है. साथ ही, आपको ये याद होगा कि साल 2014 में बीजेपी ने अपने घोषणा-पत्र में भी कहा था कि वह अपराधियों को राजनीति से बाहर करने के लिए कटिबद्ध है. तो कितने सांसदों और राज्यों के विधायकों पर आपराधिक मामलें फिलहाल हैं? 2014 के बाद से राजनीति में दाग़ी नेताओं के ट्रेंड में इज़ाफ़ा हुआ है या कुछ कमी आई है?
2021 का जुलाई का महीना दुनिया के इतिहास में रोमांचक अंतरिक्ष यात्राओं के लिए याद किया जाएगा. मंगलवार 20 जुलाई की शाम अंतरिक्ष यात्रा का दूसरा नया रिकॉर्ड बना. ब्रिटिश बिलियनेयर रिचर्ड ब्रैनसन के बाद दुनिया के सबसे अमीर शख्स जेफ़ बेज़ोस भी अपने अंतरिक्ष यात्रा में कामयाब हुए। शाम 7.28 मिनट जैसे ही उनका रॉकेट 11मिनट की स्पेस जर्नी पूरा कर लैंड किया, अंतरिक्ष यात्रा का एक नया रिकॉर्ड बना, और इसके साथ आने वाले दिनों के लिए नई संभावनाओं का दरवाजा भी खुल गया. तो बेज़ोस की यात्रा में क्या-क्या ख़ास रहा, स्पेस कंपनी ब्लू ओरिजिन के लिए ये अंतरिक्ष यात्रा कितनी महत्वपूर्ण रही?


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