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अमेरिका-कनाडा सीमा पर मरने वाले चार लोग थे भारतीय, विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी

Nilmani Pal
28 Jan 2022 12:36 PM GMT
अमेरिका-कनाडा सीमा पर मरने वाले चार लोग थे भारतीय, विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी
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अमेरिका-कनाडा सीमा (US-Canada Border) पर ठंड की वजह से जान गंवाने वाले चार भारतीयों के मुद्दे, बलूचिस्तान (Balochistan) में मानवाधिकार के हनन और हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) के कब्जे में फंसे भारतीय नाविकों को लेकर विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने शुक्रवार को जानकारी दी. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने इन मुद्दों पर सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताया. इसके अलावा, उन्होंने भारत और चीन के बीच हुई वार्ता को लेकर भी बात की. अरिंदम बागची ने कहा, 'कनाडा के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि अमेरिका-कनाडा सीमा पर मरने वाले सभी चार लोग भारतीय थे, जो एक ही परिवार से थे. मृतकों के परिजनों को सूचना दी गई है. मौत की वजह बाहरी मौसम के संपर्क में आने को बताया गया है. कनाडा में हमारे मिशन इस मामले की जांच पर कनाडा के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.' कनाडा के रास्ते अमेरिका जा रहे इन भारतीयों की ठंड की वजह से मौत हो गई थी. मरने वालों में एक नवजात भी था. ये सभी लोग गुजरात के रहने वाले थे.

बीजिंग विंटर ओलंपिक में एक भारतीय एथलीट ने किया क्वालिफाई

इस साल फरवरी यानी कि अगले महीने में बीजिंग में विंटर ओलंपिक (Beijing Winter Olympics) होने जा रहा है. इसे लेकर चीन (China) में तैयारियां अपने जारों पर हैं. इसके अलावा, कई मुल्कों की ओर से इस बार खेलों का बहिष्कार किया गया है. वहीं, विंटर ओलंपिक के मुद्दे पर बागची ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे यहां से एक भारतीय एथलीट है, जिसने बीजिंग 2022 विंटर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. फिलहाल वहां उद्घाटन समारोह में कौन उपस्थित होने वाला है. इस पर कोई जानकारी नहीं है.'

धार्मिक तीर्थस्थलों की यात्रा सुगम होने पर हो रहा काम

पाकिस्तान के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, '1974 के प्रोटोकॉल के तहत, धार्मिक स्थलों की यात्रा नियमित रूप से सुगम की जा रही है. दोनों पक्षों की रुचि तीर्थस्थलों की सहमत सूची का विस्तार करने और यात्रा के तरीकों को सुगम बनाने में है. कोविड की स्थिति सामान्य हो रही है, ऐसे में भारत का इस मामले पर सकारात्मक दृष्टिकोण है और वह पाकिस्तान को शामिल करने के लिए तैयार है.'

बलूचिस्तान के मुद्दे पर ये बोला भारत

वहीं, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में पड़ोसी मुल्क द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बलूचिस्तान में उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर बोलते हुए कहा, 'हम पाकिस्तान के अधिकारियों से बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने की अपील करते हैं.'

हूती विद्रोहियों के कब्जे में फंसे भारतीय सुरक्षित

अफगानिस्तान को लेकर बोलते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. गेहूं उपार्जन एवं उसके परिवहन की व्यवस्था करने की प्रक्रिया चल रही है.' वहीं, हूती विद्रोहियों के कब्जे में फंसे भारतीयों को लेकर प्रवक्ता ने कहा, '7 भारतीय नाविक सुरक्षित हैं. नाविकों को कैद करने वाले उन्हें अपने परिवारों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं. भारत सरकार नाविकों की भलाई और उनकी रिहाई के लिए एवं हूती विद्रोहियों को संदेश देने के लिए कई स्रोतों के संपर्क में है.'

खालिस्तानी प्रदर्शनों को लेकर मंत्रालय ने कही ये बात

अमेरिका और मिलान में हुए खालिस्तानी प्रदर्शनों को लेकर प्रवक्ता ने कहा, 'हाल ही में ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां कट्टरपंथी तत्वों ने विदेशों में राजनयिक परिसरों में तोड़फोड़ करने की कोशिश की. वाशिंगटन डीसी में गांधी प्रतिमा को अपवित्र करने का प्रयास किया गया था. हमने संबंधित मेजबान सरकारों के साथ इस मुद्दे को उठाया है और कार्रवाई के लिए कहा है.'


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