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मची चीख-पुकार: डैम पर नहाने गए चार दोस्त पानी में डूबे, उसके बाद तो...

Admin2
4 Sep 2021 6:26 AM GMT
मची चीख-पुकार: डैम पर नहाने गए चार दोस्त पानी में डूबे, उसके बाद तो...
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साथियो की चीख-पुकार सुन...

राजस्थान के धौलपुर जिले में चार साथी पार्वती नदी के पास स्थित एनीकट (डेम पर बनी पाल) पर नहाने गए थे. पानी में डूबे चारों साथियो की चीख-पुकार सुन आस-पास खेतों में काम कर रहे कुछ ग्रामीणों ने दो साथियों को तो बचा लिया लेकिन दो साथी गहरे पानी में डूबने से लापता हो गए हैं.

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बचाने की गुहार लगाई लेकिन संसाधनों का अभाव होने पर ग्रामीण लाचार दिखाई दिए. घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उपखंड प्रशासन और पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को बुलाकर रेस्क्यू शुरू किया लेकिन अंधेरा होने के कारण दोनों युवकों का सुराग नहीं लग सका.
जानकारी के मुताबिक, तसीमों के ढाय गांव निवासी 18 वर्षीय योगेश पुत्र राधेश्याम और 20 वर्षीय लोकेश पुत्र शिव सिंह कुशवाहा घड़ी चटोला अपने दो अन्य मित्रो के साथ गांव में स्थित पार्वती नदी के एनीकट पर नहाने गए थे. जल संसाधन विभाग द्वारा पार्वती बांध के दो गेट खोल कर 4533 क्यूसेक पानी रिलीज किया था जिससे एनीकट उफान पर हो गया था.
एनीकट में घुसते ही चारों साथी गहरे पानी में डूब गए. चारों साथियों को डूबता हुआ देख मौके पर स्थानीय ग्रामीणों ने चीख-पुकार मचाई और ग्रामीणों ने दो साथियों को तो बचा लिया लेकिन दो साथी गहरे पानी में डूब गए.
मौके पर ग्रामीण सुविधा और संसाधनों के अभाव में लाचार दिखाई दिए. घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने सैपऊ उपखंड प्रशासन और थाना पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे एसडीएम ललित मीणा, सीओ विजय कुमार सिंह ने हालातों का जायजा लिया.
जिला मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. एसडीआरएफ के गोताखोरों ने नदी में छलांग लगाकर युवकों की तलाश की लेकिन अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा. दोनों युवकों का देर रात तक सुराग नहीं लग सका है.
एसडीएम ने बताया शनिवार सुबह से रेस्क्यू शुरू किया जाएगा. वहीं, दोनों युवकों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है. दोनों युवकों के पानी में डूबे जाने से ग्रामीणों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
आपको बता दे कि धौलपुर ज‍िले में अब तक पानी के हादसों में 13 लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं फिर भी लोग इन हादसों से सबक नहीं ले रहे हैं. जिले के बाड़ी उपखंड का रामसागर बांध भी दस वर्ष बाद लबालब हो गया है. इस बांध के लबालब होने पर रपटे पर पानी की चादर चलने लगी है फिर भी लोग जान जोखिम में डाल कर निकल रहे हैं और बच्चे पानी में नहा रहे हैं.
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