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जनाना अस्पताल में 5 माह बाद भी फाउंडेशन

admin
15 Nov 2023 11:08 AM GMT
जनाना अस्पताल में 5 माह बाद भी फाउंडेशन
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जनाना। अस्पताल प्रशासन मरीजों के प्रति कितना गंभीर है इसका उदाहरण मंगलवार को उस समय देखने को मिला जब एक कंपनी की टीम मैकेनिकल लांड्री मशीन लगाने पहुंची। अस्पताल प्रबंधन ने सिर्फ मशीन लगाने के लिए जगह चिह्नित की, लेकिन निर्माण, शेड, बिजली कनेक्शन व पानी की आवश्यक व्यवस्था नहीं की. कंपनी को 25 नवंबर तक मशीन इंस्टॉल करनी है। जनाना में भर्ती मरीजों, गर्भवती महिलाओं की चादर आदि की धुलाई इसी मशीन से होगी। अभी यह काम मैन्युअल तरीके से किया जा रहा है. कंपनी की टीम वापस लौट गयी है. अस्पताल सूत्रों का कहना है कि धोबी को बेडशीट आदि धोने के लिए हर महीने 2 से 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया जा रहा है। जनाना 300 बेड का अस्पताल है। प्रतिदिन 500 बेडशीट धोने के लिए जाती हैं।

कोविड के बाद से देशभर में अस्पतालों में संक्रमण को लेकर जागरूकता बढ़ी है. बेडशीट आदि की हाथ से धुलाई में संक्रमण से मुक्ति की कोई गारंटी नहीं है, यही कारण है कि जनाना अस्पताल में भी मैकेनिकल लांड्री मशीन लगवाने का निर्णय लिया गया। अस्पताल प्रबंधन ने 15 जुलाई 2023 को टेंडर जारी किया था। कोटा दर्शन इंटरप्राइजेज ने टेंडर में सबसे कम राशि 23 लाख 88 हजार रुपये का भुगतान किया था। न्यूनतम राशि और पूर्ण स्पेसिफिकेशन के कारण मेडिकल रिलीफ सोसायटी ने दर्शन कंपनी से मशीन खरीदने का निर्णय लिया। 25 नवंबर 2023 तक मशीन स्थापित करनी थी, तकनीकी जांच कराकर लेखा शाखा से ओके की एनओसी लेनी थी। जिस स्थान पर मशीन लगाई जाएगी वहां निर्माण कराने के साथ ही पानी व बिजली की व्यवस्था भी करानी होगी। 19 अक्टूबर को जनाना अस्पताल की ओर से कंपनी को पत्र लिखकर मशीन लगाने के लिए कहा गया। जब कोटा से कंपनी के टेक्नीशियन अजमेर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि अभी तो मशीन लगाने की जगह का ही चयन हुआ है। वहां अभी तक कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है. कंपनी ने अधीक्षक और मेडिकल रिलीफ सोसायटी के सदस्यों को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि जहां मशीन है, वहां तक सिविल फाउंडेशन, बिजली और पानी की सप्लाई की जाए और टीन शेड लगाया जाए। यह काम पूरा होने के बाद कंपनी को सूचित करें और मशीन लगा दी जाएगी।

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