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मिला नया जीवन: ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल पहुंचाया लीवर, फिर...

jantaserishta.com
22 Jun 2022 5:24 AM GMT
मिला नया जीवन: ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल पहुंचाया लीवर, फिर...
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

लखनऊ: लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में 16वां सफल लिवर ट्रांसप्लांट किया गया. लिवर प्रत्यारोपण के लिए लखनऊ के प्राइवेट अस्पताल अपोलोमेडिक्स से लीवर को केजीएमयू, ग्रीन कॉरिडोर बनाकर 14 मिनट में लाया गया. केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि अपोलोमेडिक्स से ब्रेन डेड व्यक्ति के लिवर को केजीएमयू लाया गया.

डॉक्टर सुधीर ने बताया, '50 वर्षीय एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था, उसे लखनऊ के अपोलोमेडिक्स हॉस्पिटल लाया गया. भीषण एक्सीडेंट के कारण व्यक्ति को काफी इंजरी हुई. साथ ही साथ सिर में भी गंभीर चोटें आई हुई थी, डॉक्टर उसका इलाज कर रहे थे लेकिन कोई प्रोग्रेस नहीं देखते हुए ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया.'
वहीं केजीएमयू अस्पताल में भर्ती प्रतापगढ़ के 39 वर्षीय मरीज, जोकि जेके इंडस्ट्रीज में इंजीनियर है और पिछले 1 साल से लिवर की सिरोसिस बीमारी से जूझ रहे थे, उन्हें लिवर की आवश्यकता थी. इसके बाद केजीएमयू के गैस्ट्रो डिपार्टमेंट के डॉ. अभिजीत चंद्र, विवेक गुप्ता और संदीप वर्मा ने अपोलो से संपर्क करके लिवर मंगाने का काम शुरू किया.
डॉक्टर सुधीर ने बताया, 'ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से 14 मिनट के अंदर लिवर को केजीएमयू लाया गया. ट्रैफिक कंट्रोल रूम के सहयोग से 14 मिनट के अंदर ही अपोलो से केजीएमयू लीवर को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लाया गया और समय रहते पीड़ित मरीज में इसे ट्रांसप्लांट कर दिया गया. इस दौरान दो किडनी भी निकाली गई.'
केजीएमयू के वाइस चांसलर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. विपिन पुरी ने बताया कि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के इतिहास में यह 16वां सफल लिवर प्रत्यारोपण किया गया. कुलपति ने कहा कि अभी तक केजीएमयू में 29 आर्गन रेटरिवेल (बहाली) हो चुके हैं औऱ इसमें करीब 10 लाख रुपए की लागत आई है जोकि लिवर ट्रांसप्लांट के लिहाज से यह कीमत देश में सबसे कम है.
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