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पूर्व छात्रों ने बीएचयू को दिए 60 लाख रुपए, शुरू हुई नई छात्रवृत्तियां

jantaserishta.com
25 Jun 2023 11:30 AM GMT
पूर्व छात्रों ने बीएचयू को दिए 60 लाख रुपए, शुरू हुई नई छात्रवृत्तियां
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नई दिल्ली: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) द्वारा 12 नई छात्रवृत्तियां आऱंभ की जा रही हैं। इसके लिए विश्वविद्यालय को 60 लाख रुपये का दान हासिल हुआ है। विश्वविद्यालय को यह दान राशि उद्योगपति बन चुके बीएचयू के दो पूर्व छात्रों ने दी है।
विश्वविद्यालय को मिली 60 लाख रूपए की इसी राशि से 12 नई स्कॉलरशिप शुरू की जाएंगी। यह स्कॉलरशिप संस्कृत, फिजिक्स व अन्य विषय के छात्रों को दी जानी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि किशोरी झुनझुनवाला द्वारा 50 लाख रुपये की राशि दान की गई है, जिससे 25,000 रुपये प्रत्येक की दस छात्रवृत्तियां स्थापित की जाएंगी। इनमें से आठ छात्रवृत्तियां महिला महाविद्यालय की छात्राओं को मेरिट तथा आर्थिक स्थिति के आधार पर दी जाएंगी।
दो छात्रवृत्तियां संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में वेद में आचार्य के विद्यार्थियों को प्राप्त होंगी। दीनानाथ झुनझुनवाला काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं। उन्होंने वर्ष 1954 में इन्डस्ट्रियल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि हासिल की थी।
विश्वविद्यालय में अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए दीनानाथ झुनझुनवाला ने कहा कि बीएचयू ने हज़ारों विद्यार्थियों के जीवन को नई दिशा व शक्ल दी है, जो अब दुनिया भर में फैले हैं और अपने काम से विश्वविद्यालय की ख्याति को बढ़ा रहे हैं। वहीं जगदीश झुनझुनवाला ने बीएससी (ऑनर्स) फिजिक्स की दो छात्राओं को छात्रवृत्ति के लिए दस लाख रुपये की राशि दान की है। वह भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं और उन्होंने वर्ष 1973 में एम.एस.सी. न्यूक्लियर फिज़िक्स की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने कहा कि ये उनका सौभाग्य था कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान उन्हें प्रो. ओ. एन. श्रीवास्तव तथा प्रो. पी. सी. सूद जैसे दिग्गज वैज्ञानिकों व शिक्षकों से पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ। जगदीश झुनझुनवाला के पिता रामअवतार झुनझुनवाला ने भी बीएचयू से पढ़ाई की और वर्ष 1944 में बीएससी की डिग्री प्राप्त की थी। भगवद गीता पर वृहद व गहन ज्ञान के लिए रामअवतार झुनझुनवाला को *गीता पुरुष* के नाम से जाना जाता था और उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में भी गीता पर प्रवचन किये थे। उन्होंने ही अपने भाई दीनानाथ झुनझुनवाला को बीएचयू से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया था।
कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने इस उदार योगदान के लिए झुनझुनवाला परिवार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एक महान संस्थान है, जिसने राष्ट्र निर्माण में बड़ा योगदान दिया है। कुलपति ने कहा कि बीएचयू के प्रति उसके पुराछात्रों का स्नेह, समर्पण तथा जुड़ाव विश्वविद्यालय के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने विद्यार्थियों के हित में नए अवसर व संसाधन उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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