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पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने राजनीति छोड़ने का किया ऐलान, कही ये बात
jantaserishta.com
28 Sep 2021 1:51 AM GMT
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नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने राजनीति छोड़ने का एलान किया है. उन्होंने कहा है कि अब वे सामाजिक और आर्ट और कल्चर से जुड़े कामों आगे बढ़ाएंगी. शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि मैं राजनीति छोड़ रही हूं लेकिन कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य बनी रहूंगी. उन्होंने कहा कि मैं आगे सोशल वर्क करूंगी और आर्ट कल्चर से जुड़ा जो काम है उसे आगे बढ़ाऊंगी.
शर्मिष्ठा ने अपने फैसले का एलान ट्विटर पर एक यूजर के ट्वीट के जवाब में किया जिसमें उन्हें एक 'अच्छा राजनेता' बताया था. शर्मिष्ठा ने लिखा, ''बहुत धन्यवाद लेकिन में अब 'राजनेता' नहीं हूं. मैंने राजनीति छोड़ दी है. मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य हूं और रहूंगी, लेकिन अब सक्रिय राजनीति में मैं नहीं रहूंगी. एक व्यक्ति अन्य कई तरीकों से राष्ट्र की सेवा कर सकता है.''
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''राजनीति सीखना एक बेहतरीन अनुभव था और मुझे काम करने का मौका देने के लिए मैं अपनी पार्टी को धन्यवाद देना चाहती हूं. मैंने भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया. लेकिन मुझे एहसास हुआ कि मैं यह नहीं हूं. एक लोकतांत्रिक बहुलवादी समावेशी भारत की दृष्टि सिर्फ राजनीति नहीं है. हम में से प्रत्येक अपने स्वयं के तरीकों से योगदान कर सकते हैं.'
शर्मिष्ठा ने किसी और पार्टी में शामिल होने के सवालों को भी खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर मुझे राजनीति में रहना होता तो मैं अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी क्यों ज्वाइन करूंगी? मैंने बचपन से सत्ता को देखा है. मुझे यह प्रेरित नहीं करता. मैं एक शांति प्रिय जीवन जीना चाहती हूं और वो करना चाहती हूं जो मेरी प्रकृति के हिसाब से है.
बता दें कि शर्मिष्ठा के भाई अभिजीत मुखर्जी ने थोड़े समय पहले ही कांग्रेस का हाथ छोड़ टीएमसी का दामन थाम लिया था. उनके पार्टी छोड़ने के बाद शर्मिष्ठा को लेकर भी अटकले लगाई जा रही थीं लेकिन अब उन्होंने राजनीति छोड़ने का एलान कर सभी को चौंका दिया है.
कत्थक डांसर और कोरियोग्राफर भी हैं शर्मिष्ठा मुखर्जी
शर्मिष्ठा मुखर्जी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी हैं. राजनेता के साथ साथ वे कत्थक डांसर और कोरियोग्राफर भी हैं. जुलाई 2014 में शर्मिष्ठा मुखर्जी बाजपता कांग्रेस में शामिल हुई थीं. 2015 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली में ग्रेटर कैलाश विधानसभा से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्हें आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा था.
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