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'खूनी कांग्रेस' को वोट देने की बात कहकर पूर्व पीएम ने किया घोर पाप : भाजपा

Nilmani Pal
30 May 2024 10:07 AM GMT
खूनी कांग्रेस को वोट देने की बात कहकर पूर्व पीएम ने किया घोर पाप : भाजपा
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दिल्ली। भाजपा ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अपील पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह जिस पार्टी को वोट देने की अपील कर रहे हैं, वो पार्टी 'खूनी कांग्रेस पार्टी' है, जिसके हाथ खून से रंगे हैं।

भाजपा राष्ट्रीय सचिव एवं पार्टी के सिख नेताओं में शामिल मनजिंदर सिंह सिरसा ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अपील की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने आज बयान दिया है कि पंजाब के लोगों को भाजपा का विरोध करना चाहिए और कांग्रेस को वोट डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि 750 किसान बॉर्डर पर मारे गए, वह उनको याद दिलाना चाहते हैं कि जिन किसानों की मृत्यु हुई थी, वह नेचुरल डेथ थी और किसी भी किसान के साथ प्रधानमंत्री ने कोई अत्याचार नहीं किया था।

सिरसा ने कहा कि मनमोहन सिंह जिस पार्टी को (कांग्रेस) वोट डालने की बात कह रहे हैं, उस कांग्रेस के बारे में वह सिंह को और पंजाब के लोगों को यह याद दिलाना चाहते हैं कि वह कांग्रेस 'खूनी कांग्रेस' है, जिसने हजारों बेगुनाह सिखों को तोप और टैंकों से उड़ाया था, गुरुद्वारे गिराए, 1984 के दंगे में हजारों बेगुनाहों सिखों को मरवाया और एक लाख से ज्यादा युवाओं को आतंकवादी बताकर मारने का काम किया। सिरसा ने आगे कहा कि इसी कांग्रेस ने जगदीश टाइटलर, सज्जन कुमार और 1984 दंगों के अन्य आरोपियों को मुख्यमंत्री और मंत्री तक बनाया और आज मनमोहन सिंह उसी कांग्रेस को वोट देने के लिए कह रहे हैं, जिसके हाथ सिखों के खून से रंगे हैं। मनमोहन सिंह ने यह बयान देकर घोर पाप किया है, वह सिखों को खूनी कांग्रेस का साथ देने के लिए कह रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह यह भूल गए कि भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो अफगानिस्तान से सिखों को निकालकर लाएं। अफगानिस्तान से पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर आएं, जिन्होंने 'वीर बाल दिवस' मनाने की शुरुआत की, जिन्होंने सिखों के गुरुओं से जुड़े प्रकाश पर्व को देशभर में बड़े पैमाने पर मनाने का काम किया और जिन्होंने सिख समुदाय के लिए लगातार महत्वपूर्ण कार्य एवं ऐलान किए। ऐसे प्रधानमंत्री मोदी का साथ देने की बजाय खूनी कांग्रेस का साथ देने की बात कह कर मनमोहन सिंह ने घोर पाप किया है और वह कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हैं।

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