पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने अपने सुसाइड नोट में पापा, दीदी, अपनी बेटी शेफाली एवं समस्त सहयोगी व समर्थकों से माफी मांगते हुए अपने अंगदान करने की इच्छा जताई है। पूर्व विधायक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा,
"मैं नहीं कहता कि मैं पूर्ण पर दूसरों से बेहतर रहकर सेवा करने का भाव का अंश पाले हूं, मेरी स्थिति का कारण वे लोग हैं जिन्होंने मेरे इस दिल के भाव का उपभोग, उपयोग शोषण की दृष्टि से जानते हुए किया है। उन सभी का धन्यवाद एवं आभार। मैं उन सभी को कोई सांसारिक या न्यायिक सजा नहीं दिलवाना चाहता हूं।"
पूर्व विधायक विवेक धाकड़ ने अपने सुसाइड नोट में अपनी सारी संपत्ति का हक़दार भी अपने पिता को ही बताया है। उन्होंने अपने सहयोगियों, समर्थकों और मित्रों से दिल से माफी भी मांगी है। विवेक ने लिखा,
"अथक प्रयासों के बाद भी मैं अपने आप और आपकी शुभकामनाओं के बावजूद ऐसा करने को मजबूर हो गया। मैं चाहता हूं कि मेरा शोषण एवं कष्ट देने वाले मुझे लकड़ी और संवेदना नहीं दें। मेरी कोई स्मृति शेष न रखें। दुआ करें यदि अगला जन्म हो तो बहुत अच्छा हो या मोक्ष को प्राप्त होकर मुक्त हो जाऊं।"