भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व मैनेजर गिरफ्तार, लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप
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नोएडा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (STF) की नोएडा इकाई ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व सहायक प्रबंधक सहित दो लोगों को 40 लाख रुपए से अधिक की ठगी की 12 घटनाओं के मामले में गिरफ्तार किया है. पश्चिमी उप्र एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक कुलदीप नारायण (Kuldeep Narayan) ने बताया कि बल की नोएडा इकाई ने एसबीआई कार्ड से लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में एसबीआई कार्ड के पूर्व सहायक प्रबंधक अभिषेक चंद्रा और विक्रांत कुमार चौधरी (Abhishek Chandra And Vikrant Kumar Choudhary) को गिरफ्तार किया है. दोनों दिल्ली निवासी हैं.
उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से ठगी के कई मामले सामने आ रहे थे. एसबीआई कार्ड की तरफ से इस संबंध में लखनऊ स्थित एसटीएफ के मुख्यालय में शिकायत की गई, जिसके बाद नोएडा एसटीएफ के क्षेत्रीय इकाई प्रमुख अक्षय त्यागी ने जांच शुरू की. जांच के दौरान चंद्रा और चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया. जांच में सामने आया है कि एसबीआई कार्ड की तरफ से इस संबंध में गाजियाबाद के थाना कविनगर में भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था.
नारायण के अनुसार, चंद्रा एसबीआई के डेबिट व क्रेडिट कार्ड के दस्तावेजीकरण से संबंधित काम देखता था. वह 2017 से इस पद पर था और उसे लापरवाही के एक मामले में जुलाई 2021 में बर्खास्त कर दिया गया था. जिसके बाद आरोपी ने अपने दोस्त विक्रांत के साथ मिलकर एसबीआई कार्ड से धोखाधड़ी का काम शुरू कर दिया था. बता दें कि नोएडा में इन दिनों ठगी के मामले बढ़ गए हैं. बीते 4 अगस्त को भी एक इस तरह की खबर सामने आई थी. तब अपने साथियों के साथ मिलकर पूरे देश में अलग-अलग विभागों के रिटायर कर्मचारियों से अब तक करीब 25 करोड़ रुपये की ठगी (Cheating) कर चुके एक कुख्यात अन्तर्राजीय साइबर ठग को नोएडा के साइबर क्राइम थाना पुलिस (Noida Cyber Crime Police) ने गिरफ्तार किया था. उत्तर प्रदेश साइबर अपराध के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर त्रिवेणी सिंह ने बताया था कि नूर अली अपने भाई अफसर अली और साथी सफरुद्दीन अंसारी, कलीम अंसारी, अहमद अंसारी, अंकित कुमार और छोटन मंडल निवासी जामतारा, झारखंड के साथ मिलकर ठगी का गिरोह चला रहा था.