x
पंजाब विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर वीर दविंदर सिंह का निधन हो गया। 16 जून को कोमा के दौरान वीर दविंदर सिंह की फूड पाइप में कैंसर पाया गया था। इसके कारण उनकी तबीयत काफी खराब थी। PGI में उनका इलाज चल रहा था। उनका अंतिम संस्कार पटियाला में किया जाएगा।
वह 1971 से 1977 तक ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के प्रधान रहे हैं। 1980 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बने। 1980 से 1985 तक सरहिंद निर्वाचन क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व किया था। 2003 से 2004 में वह पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर थे। 2002-2007 वाली सरकार के दौरान उन्हें बेस्ट पार्लियामेंटेरियन का खिताब भी मिला था।
खरड़ विधानसभा का कर चुके प्रतिनिधित्व
उन्होंने 2002 से 2007 तक खरड़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। कार्यकाल के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद घोषित किया गया था। 2008 से 2010 तक अकाली दल में रहे। इसके अलावा वह पीपीपी पार्टी और अकाली दल संयुक्त का भी हिस्सा रह चुके हैं।
कांग्रेस पार्टी ने किया था निष्कासित
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में वीर दविंदर का करियर ज्यादा रहा है, लेकिन उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया क्योंकि उन्होंने उस समय के कांग्रेस प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह (मौजूदा भाजपा नेता) द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी। 5 फरवरी 2019 को शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) में शामिल हो गए थे।
Shiddhant Shriwas
Next Story