दिल्ली पुलिस ने ऐसे शख्स को लूट के आरोप में गिरफ्तार किया, जिसने अपने ही दोस्त को लूटने की एक ऐसी साजिश रची थी कि पुलिस को भी उस तक पहुंचने में मशक्कत करनी पड़ी. साजिश के तहत वो खुद अपने दोस्त के साथ स्कूटी पर गया और लूट के दौरान घायल भी हो गया. साथ में पुलिस को बताया कि आरोपी उसके 12 हजार कैश लूट ले गए. जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया तब पता लगा कि इस लूट के पीछे प्रॉपर्टी के असली दस्तावेज को लूटना था. पकड़ में आए आरोपी का नाम संजय है. संजय सीआरपीएफ का पूर्व सिपाही था और साथ में वो कयाकिंग का राष्ट्रीय खिलाड़ी भी रह चुका है. पुलिस ने इस मामले में संजय समेत कुल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
27 अक्टूबर की शाम करीब साढ़े चार बजे वृंदावन नाम के शख्स ने पुलिस को कॉल किया और कहा कि उसके साथ लूट हो गई है और आरोपियों ने उस पर चाकू से भी हमला किया है. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्हें वहां पीड़ित वृंदावन और संजय मिले.
वृंदावन ने पुलिस को बताया कि वो अपने दोस्त संजय के साथ स्कूटी से अपने प्रॉपर्टी के असली दस्तावेज लेकर जा रहा था, तभी बाइक पर 3 लड़के आए और बैग झपट लिया. विरोध करने पर पैर में चाकू मार दिया. स्कूटी पर बैठे संजय ने कहा कि बदमाशों ने पर्स भी छीन लिया, जिसमें 12 हजार कैश थे.
तिमारपुर के एसएचओ त्रिभुवन नेगी ने इस मामले में साइबर सेल की मदद ली और फिर शक के आधार पर संजय को ही हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. संजय ने पुलिस को बताया कि उसने भलस्वा के एक प्रॉपर्टी डीलर असलम से सौदा किया था वो उसे सारे असली दस्तावेज 6 लाख रुपयों में देगा. सौदा तय होने के बाद संजय ने आश नारायण के साथ मिलकर लूट की साजिश रची और फिर आश नारायण ने 2 बदमाशों को शामिल किया और उनकी मदद से लूट की वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने इस मामले में अब तक संजय, आश नारायण और असलम को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि फरार दो बदमाशों की तलाश जारी है.