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पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा दो तिहाई से अधिक बहुमत लेकर आने वाली है
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा दो तिहाई से अधिक बहुमत लेकर आने वाली है। 10 मार्च को जब नतीजे सामने आएंगे तो निश्चित रूप से भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि सीएम धामी के नेतृत्व में भाजपा परचम लहराएगी। धामी आने वाले पांच साल के लिए नहीं, बल्कि 15 साल तक मुख्यमंत्री की पारी खेलेंगे।
उनके नेतृत्व में हम सब प्रदेश का चहुंमुखी विकास करेंगे। तीरथ ने कहा कि हमारा एक परिवार है, हालांकि मुझे स्वयं ही मुख्यमंत्री के पास जाना था, लेकिन चुनाव में व्यस्तता की वजह से नहीं जा पाया। इस बीच अचानक खुद ही उनका फोन आ गया। स्वाभाविक है कि चुनाव के मसलों पर चर्चा हुई होगी।
विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात का दौर जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री व गढ़वाल सांसद तीरथ रावत से मुलाकात के दौरान दोनों ने समसामयिक मसलों पर चर्चा की। शनिवार को पूर्वाह्न मुख्यमंत्री धामी जीएमएस रोड स्थित साईं लोक कालोनी में पूर्व मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री तीरथ रावत के आवास पहुंचे।
तीरथ ने पुष्प गुच्छ व शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। दोनों के बीच लगभग आधा घंटे से अधिक समय तक विधानसभा के चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। इस दौरान सांसद तीरथ रावत की पत्नी रश्मि त्यागी रावत भी मौजूद रहीं। धामी इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक व त्रिवेंद्र रावत के आवास पर जाकर मुलाकात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि वे नतीजों से पहले फील्डिंग सजा रहे हैं।
पार्टी फोरम में रखे बात
स्वामी यतींद्रानंद गिरी के प्रदेश नेतृत्व पर भितरघात के आरोप के सवाल पर सीएम धामी ने कहा कि सभी लोगों को पार्टी फोरम में ही अपनी बात रखनी चाहिए। भाजपा में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन उचित फोरम ही इसे रखा जाना चाहिए।
सामान्य तौर पर संगठन नतीजे आने के बाद चुनाव की समीक्षा करता है। विदित है कि भाजपा के चार विधायक भितरघात का आरोप लगा चुके हैं। कांग्रेस के यूक्रेन में फंसे छात्रों की वापसी के प्रयास में विलंब के आरोप पर सीएम धामी ने कहा कि कांग्रेस तो हर मुद्दे पर राजनीति करती आई है।
मैं तीरथ रावत के बाद ही इस दायित्व पर आया हूं। बचपन से उनका मार्गदर्शन व आर्शीवाद मेरे साथ रहा। विद्यार्थी परिषद के दौरान से वे मुझे प्रोत्साहित करते रहे हैं। चुनाव के बाद उनके भी कार्यक्रम लगे थे। कल जैसे सूचना मिली है कि वे आ गए तो शिष्टाचार मुलाकात करने पहुंच गया। स्वाभाविक है कि चुनाव के दौरान जो भी घटनाक्रम हुए थे और पार्टी का किस तरह से प्रचार-प्रसार रहा। इन मुद्दों पर चर्चा की गई।
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