झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार सुनील तिवारी पर एक युवती ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। खूंटी की रहने वाली युवती ने अशोक नगर निवासी सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। पीड़िता ने उन पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने और विरोध करने पर मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने पीड़िता का न्यायालय में 164 का बयान दर्ज कराया और जांच में जुट गई है।
पीड़िता की ओर से दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वह आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। इस वजह से वह अशोक नगर स्थित सुनील तिवारी के घर पर मेड का काम करती थी। उसने उनके घर पर करीब एक साल तक काम किया। इस दौरान सुनील तिवारी ने उसके साथ जबरन संबंध बनाया। जब वह इसका विरोध करती थी तो उसके साथ मारपीट की जाती। उसे यह धमकी दी जाती थी कि अगर उसने किसी को बताया तो उसे जान से हाथ धोना पड़ेगा। इसी बीच कोरोना का प्रकोप बढ़ने लगा। वह काम छोड़कर अपने घर लौट गई। इधर, एक सप्ताह पहले उसने मामले की जानकारी अपने माता-पिता को दी। परिजनों ने उसे तुरंत केस दर्ज करने की सलाह दी। इसके बाद बीते सोमवार को वह सीधे अरगोड़ा थाना पहुंची और सुनील तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
सुनील तिवारी पर यौन शोषण का मामला दर्ज होने के बाद मंगलवार को अरगोड़ा थाने में दिनभर गहमा-गहमी बनी रही। थाने में मीडियाकर्मियों से लेकर राजनीतिक दल से जुड़े लोगों की भीड़ लगी रही। थाने में मौजूद लोग यही जानने का प्रयास कर रहे थे कि आखिर मामला क्या है। पुलिस अफसर भी इस मामले में कुछ भी कहने से बचते रहे। वहीं, सुनील तिवारी पर बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने के एक मामले में मंगलवार को पीड़ित बच्चों और उनके अभिभावकों को सीडब्यूसी में प्रस्तुत किया गया। इस दौरान अधिकारियों ने पीड़ित बच्चों व उनके अभिभावकों से मामले की पूरी जानकारी ली। बताया जा रहा है कि काउंसलिंग और पूछताछ करने की प्रक्रिया जारी है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। सिर्फ काउंसलिंग जारी रहने की बात कही गई है।