राजस्थान में भ्रष्टाचार बेलगाम हो गया है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने आज फिर सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. ब्यूरो ने यहां वन विभाग के चंबल घड़ियाल राष्ट्रीय अभयारण्य के उपवन संरक्षक फुरकान अली खत्री को 3 लाख की रिश्वत की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. रिश्वत की यह राशि विकास कार्यों के भुगतान करने के एवज में ली जा रही थी. ब्यूरो की जयपुर एसीबी की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. एसीबी ने जिला मुख्यालय स्थित सामाजिक वानिकी कार्यालय परिसर में बने डीएफओ के सरकारी आवास पर रिश्वत लेते हुये फुरकान अली को गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम डीएफओ के कोटा स्थित उसके निजी आवास और यहां सरकारी कार्यालयों एवं सरकारी आवास की गहनता से छानबीन में जुटी हुई है.
ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव नयन ने बताया कि परिवादी ने सवाई माधोपुर जिले में विकास कार्य करवाए गए थे. उन विकास कार्यों के भुगतान के एवज में चंबल घड़ियाल राष्ट्रीय अभयारण्य के उपवन संरक्षक फुरकान अली खत्री ने 4 लाख की राशि बतौर रिश्वत मांगी. इस पर परिवादी ने एसीबी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन को अपनी शिकायत दर्ज करवाई. उसके बाद जयपुर एसीबी की टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया तो वह सही पाई गई. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नयन ने बताया कि परिवादी डीएफओ फुरकान अली को 1 लाख बतौर रिश्वत पहले ही दे चुका था. शिकायत का सत्यापन होने के बाद परिवादी को आज रिश्वत के शेष तीन लाख रुपये देने के लिये डीएफओ के पास भेजा गया. डीएफओ ने अपने सरकारी आवास पर परिवादी से यह राशि ली. इस दौरान वहां जाल बिछाकर बैठी एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों धरदबोचा. इसके अलावा कार्यालय में कार्यरत अन्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों से भी गहनता के साथ पूछताछ की जा रही है.