दिल्ली पुलिस ने राजौरी गार्डन इलाके से अगवा हुई 15 साल की एक नाबालिग लड़की को बरामद लिया है. दिल्ली के राजौरी गार्डन थाने के दो पुलिसकर्मी, मेवात में 46 दिन तक स्थानीय लोगों की तरह हुलिया बनाकर रहे, जिससे कि वो अपहृत लड़की की छानबीन कर सकें. आखिरकार पुलिस ने बच्ची को बदरपुर बॉर्डर के पास से बरामद कर लिया. इसके साथ ही नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाने वाले आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पश्चिमी दिल्ली पुलिस के डीसीपी दीपक पुरोहित ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम शोएब खान है.
डीसीपी दीपक पुरोहित के मुताबिक शोएब ने एसके सिन्हा नाम से फेसबुक पर अपना प्रोफाइल बनाया था. उसने फेसबुक पर राजौरी गार्डन इलाके में रहने वाली 15 साल की एक लड़की से नाम बदलकर दोस्ती की और फिर लड़की को लेकर फरार हो गया. पुलिस ने जब सोशल मीडिया पर लड़की का प्रोफाइल खंगाला तो पता चला कि वह फेसबुक पर एसके सिन्हा नाम के एक शख्स से लगातार चैटिंग कर रही थी. पुलिस ने जब एसके सिन्हा की प्रोफाइल खंगालनी शुरू की तो पता चला कि एसके सिन्हा का असल नाम शोएब खान है.
आरोपी शोएब, मेवात इलाके का रहने वाला है. शोएब पर आरोप है कि वह 23 अक्टूबर को लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ बिहार के मुजफ्फरपुर ले गया. फिर वहां से आजमगढ़ गया और वहां कुछ दिन अपने दोस्तों के पास रहा. आरोप है कि शोएब ने वहां पर नाबालिग के साथ रेप किया और उसके बाद उसे लेकर मेवात पहुंच गया.
इधर पुलिस ने किडनैपिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की तो उन्हें शोएब के बारे में पता चला. इसके लिए दो पुलिसकर्मियों को मेवात में आरोपी के घर का पता लगाने और वहां पर अगवा की गई नाबालिग के बारे में जानकारी लेने के लिए भेजा गया. दोनों पुलिसकर्मी 46 दिन तक हुलिया बदलकर मेवात में घूमते रहे. आखिरकार 8 दिसंबर को इन्हें कामयाबी मिली, जब इन्होंने बदरपुर बॉर्डर के पास से नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया. इतना ही नहीं आरोपी को भी पकड़ लिया गया है. एसएचओ राजौरी गार्डन अनिल शर्मा के मुताबिक इस मामले में सब इंस्पेक्टर प्रकाश और हवलदार शौकत ने काफी मेहनत की है. पुलिस को जानकारी मिली है कि इस काम में आरोपी के माता-पिता ने भी उनका साथ दिया था. पुलिस अब इनकी भी तलाश कर रही है.